वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू) में आई-डीएपीटी हब फाउंडेशन के तत्वावधान में चल रही दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय आई-डीएपीटी हब पिच चैलेंज का मंगलवार को समापन हुआ। आई-डीएपीटी हब पिच चैलेंज एक राष्ट्रीय स्तरीय स्टार्ट अप प्रतियोगिता है, जिसमे देश के विभिन्न स्थानों से स्टार्ट अप्स अपनी इनोवेटिव प्रोडक्टस का प्रदर्शन किया गया एवं पिचिंग कॉम्पिटिशन में सम्मिलित हुए।
निर्णायक मंडल ने विभिन्न कैटेगरी के विजेताओं के नामों की घोषणा की। इसमें हेल्थ केयर एंड फैमिली वेलफेयर में ’बदमाश’ (बीएडीएएमएस) को प्रथम, रुद्रा बॉट्स को द्वितीय और एमएमडीयू, सनबॉट्स और अल्जोकेयर को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान मिला। रोड एवं ट्रांसपोर्ट हाईवे श्रेणी में मात्र एक स्टार्ट अप ने एटलॉस्ट तृतीय श्रेणी अर्जित किया। टेलीकम्युनिकेशन श्रेणी में द्वितीय स्थान पर ब्लिस केयर और क्रिएटिव टेक को तृतीय स्थान मिला।
डिफेंस श्रेणी में आरएफ नैनो कंपोजिट को प्रथम और लॉयर (एलवाईएआर) को द्वितीय स्थान मिला। स्टार्टअप चैलेंज में मुख्यतः ड्रोन तकनीक, कृत्रिम अंग, इंडियन आर्मी के लिए नैनो कंपोजिट डिफेंस मटेरियल, अल्जाइमर मरीजों के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मानव रहित वाहनों आदि का प्रदर्शन किया गया।
आई-डीएपीटी हब फाउंडेशन की तरफ से प्रथम विजेताओं को 50 हजार कैश प्राइज, द्वितीय विजेताओं को 30 हजार कैश प्राइज और तृतीय विजेताओं को 10-10 हजार रुपये कैश प्राइज दिया गया। इसके अलावा सभी विजेताओं को इन्क्यूबेशन के फाइनल स्क्रीनिंग राउंड में सीधे एंट्री दी जाएगी।
इस कार्यक्रम का समापन समारोह में डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रोफेसर विकास कुमार दूबे, आई-डीएपीटी हब फाउंडेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश, समन्वयक डॉ. राजीव कुमार सिंह और निर्णायक मंडल के सदस्य आईआईटी मद्रास के प्रो. ए वीराराघवन, आईआईटी बॉम्बे के प्रो. पी वेदागिरी, आईआईटी रूड़की से प्रो. आर बालासुब्रमण्यम, आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड से मुकुल गौर एवं डीआरडीओ से डॉ. मलय कुमार नेमा उपस्थित रहे।
स्टार्टअप ’बदमाश’ के बारे मेंः
एनआईटी जालंधर के छात्र सनी मुखर्जी और शुभम साढ्य बायो मेडिकल एक्टिव वियर डिवाइसेस बनाते हैं।
स्टार्टअप ’आरएफ नैनो कंपोजिट’ के बारे मेंः
आईआईटी कानपुर के शोध छात्र विशाल चक्रधारी और उनकी टीम रडार एब्जॉर्बर मैटेरियल पर कार्य करते हैं जो मिसाइल या ड्रोन के उपयोग में आता है।