दीक्षांत समारोह 10 कोः सात पुरा छात्र विशिष्ट पुरस्कार भी दिए जाएंगे

वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू), वाराणसी का 11वां दीक्षांत समारोह 10 अक्तूबर को स्वतंत्रता भवन में किया जा रहा है। मुख्य अतिथि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के चांसलर एवं नीति आयोग के सदस्य डॉ. विजय कुमार सारस्वत होंगे। समारोह की अध्यक्षता बोर्ड ऑफ गवर्नर के चैयरमैन पद्मश्री डॉ. कोटा हरिनारायन करेंगे। समारोह में इशिता अस्थाना को प्रतिष्ठापरक डायरेक्टर्स मेडल और श्लोका नेगी को प्रेसिडेंट्स मेडल दिया जायेगा।
निदेशक कार्यालय स्थित समिति कक्ष में शनिवार को पत्रकार वार्ता में यह जानकारी देते हुए संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि इस दीक्षांत समारोह में कुल 54 विद्यार्थियों को 105 मेडल और पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे। समारोह में संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के 1497 मेधावी छात्रों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इसमें 791 बीटेक, 271 आईडीडी, 299 एमटेक/एमफार्मा और 42 एमएससी छात्रों को विभिन्न उपाधियों से सम्मानित किया जाएगा। दीक्षांत समारोह में 94 से अधिक शोधार्थियों को डिग्री दी जाएगीे।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष दो छात्राओं को सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने पर प्रेसीडेंट्स स्वर्ण पदक और डाइरेक्टर्स स्वर्ण पदक दिया जाएगा। संस्थान में बीटेक स्तर पर शैक्षणिक क्षेत्र में संपूर्ण उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए श्लोका नेगी, बीटेक, फार्मास्युटिकल्स इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी को प्रेसीडेंट्स स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा और सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और संगठनात्मक व नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित करने के लिए इशिता अस्थाना, बीटेक, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग को डाइरेक्टर्स स्वर्ण पदक से विभूषित किया जाएगा।
निदेशक ने बताया कि पूर्व छात्र किसी भी संस्थान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। प्रतिष्ठित पूर्व छात्र/पूर्व छात्रा पुरस्कार आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी द्वारा अपने पूर्व छात्रों को उनकी उपलब्धियों के सम्मान में दिया जाने वाला सर्वाेच्च पुरस्कार है। इस वर्ष दीक्षांत कार्यक्रम में कुल सात पूर्व छात्रों को प्रतिष्ठित पूर्व छात्र/पूर्व छात्र पुरस्कार 2022-23 से सम्मानित किया जाएगा। इनमें प्रो. बीर भानु (इलेक्ट्रॉनिक्स-72) को अकादमिक क्षेत्र में, श्री राज यावतकर (इलेक्ट्रॉनिक्स-80) को अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में, डॉ. अजित सिंह (इलेक्ट्रिकल-85) और दीपक आहुजा (सेरामिक-85) को उद्योग/उद्यमिता क्षेत्र में और श्री रमेश श्रीनिवासन (मेटलर्जीकल-82) को प्रोफेशन के क्षेत्र में सम्मानित किया जाएगा, साथ ही, डॉ. दीप मनोज जरीवाला (मेटलर्जीकल-10) को यंग अलुमिनस एचीवर अवार्ड और श्री आरएन त्रिपाठी (मैकेनिकल-71) को संस्थान में विशिष्ट सेवा देने के लिए सम्मानित किया जाएगा।
प्रो. जैन ने बताया कि पिछले दीक्षांत समारोह के बाद संस्थान की अनुसंधान एवं विकास गतिविधियां और तेज हो गई हैं। 2021-22 के दौरान प्रायोजित परियोजनाओं और योजनाओं के माध्यम से संस्थान द्वारा सृजित निधि की कुल राशि 31.55 करोड़ थी। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान सितंबर 2022 तक, लगभग 12.50 करोड़ से अधिक मूल्य की 36 नई परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं और शुरू की गई हैं। इसके अतिरिक्त, लगभग 20 नई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है और फंड जारी होने की प्रतीक्षा है। संस्थान कई राष्ट्रीय अनुसंधान क्षेत्रों जैसे अंतरिक्ष के लिए इसरो क्षेत्रीय अकादमिक केंद्र, भारतीय फार्माकोपिया आयोग के सहयोगी अनुसंधान केंद्र, रेफ्रेक्ट्रीज में उत्कृष्टता केंद्र, इंटरडिसिप्लिनरी डाटा एनालिटिक्स एंड प्रेडिक्टिव टेक्नोलाजी (आईडीएपीटी) पर डीएसटी फाउनडर्ड प्रौद्योगिकी नवाचार हब (टीआईएच), सेंटर ऑफ एनर्जी एंड रिसोर्स डेवलपमेंट (सीईआरडी), यूपी डिफेंस कॉरिडोर के नॉलेज पार्टनर, आरकेवीवाई-आरएएफटीएएआर एग्री बिजनेस इनक्यूबेटर एवं कई और में लगभग 272 करोड़ के कुल बजट के साथ सक्रिय रूप से भाग ले रहा है।
उन्होंने बताया कि संस्थान ने ’आत्मनिर्भर भारत’ के लिए माननीय प्रधानमंत्री के सपने के अनुरूप रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर और धारणीय बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। संस्थान, डीआरडीओ उद्योग अकादमी-उत्कृष्टता केंद्र (डीआईए-सीओई) स्थापित करने की तैयारी में है।
दीक्षांत समारोह में देश के कई शैक्षणिक संस्थाओं और विश्वविद्यालयों से शिक्षक और अधिकारियों के साथ आईआईटी(बीएचयू) के कई पुरातन छात्रों के जुटने की संभावना है। दीक्षांत समारोह का आयोजन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित स्वतंत्रता भवन में किया जाएगा। दीक्षांत समारोह से पहले उसका पूर्वाभ्यास शनिवार को किया गया।