वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू) और यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो-कम्युनिकेशंस (यूईसी), टोक्यो, जापान के बीच अकादमिक आदान-प्रदान और सहयोग को लागू करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसके तहत दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक-प्रशासनिक कर्मचारियों का आदान-प्रदान, छात्रों का आदान-प्रदान, शैक्षणिक सूचनाओं और प्रकाशनों का आदान-प्रदान, संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं का संचालन, संगोष्ठी और अन्य गतिविधियाँ शामिल हैं।
एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान संस्थान की तरफ से निदेशक, प्रो. प्रमोद कुमार जैन, प्रो. रजनीश त्यागी, डीन (फैकल्टी अफेयर्स), प्रो. एसबी द्विवेदी, डीन (शैक्षणिक मामले), डॉ. राकेश कुमार सिंह, भौतिकी विभाग, डॉ. संजय सिंह, प्रतिनिधि, सेंटर फॉर क्वांटम कंप्यूटिंग एंड टेक्नोलॉजी उपस्थित रहे, जबकि यूईसी, टोक्यो, जापान की तरफ से, प्रो. तानो शुनिची, अध्यक्ष, प्रो. अबे कोहजी, बोर्ड के सदस्य निदेशक (शिक्षा और अंतर्राष्ट्रीय रणनीति), प्रो. वतनबे शिनिची, निदेशक अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा केंद्र, प्रो. योको मियामोतो, इंजीनियरिंग विज्ञान विभाग, समन्वय संकाय और प्रो. मिनोशिमा कोरू, निदेशक, उन्नत विज्ञान संस्थान उपस्थित रहे।
निदेशक प्रो. जैन ने दुनिया भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग स्थापित करने के लिए संस्थान की ओर से की गई हालिया पहलों पर कहा कि दोनों संस्थानों के बीच मजबूत शैक्षणिक सहयोग से न सिर्फ छात्रों, शिक्षकों बल्कि दोनों देश के आम जन को भी फायदा मिलेगा। उन्होंने दोनों पक्षों के संकायों को शामिल करके दो संस्थानों के बीच अकादमिक सहयोग को और व्यापक बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
समझौते के पश्चात यह निर्णय लिया गया कि डॉ. राकेश कुमार सिंह, फिजिक्स विभाग, आईआईटी (बीएचयू) और प्रो. योको मियामोतो, यूईसी अकादमिक सहयोग में दोनों संस्थानों के अधिक संकायों को शामिल करने के लिए पहल करेंगे।
इस अवसर पर प्रो. एसबी द्विवेदी, डीन (अकादमिक मामले) ने संस्थान के शैक्षणिक पाठ्यक्रमों को प्रस्तुत किया और अनुसंधान गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इसके बाद डॉ. संजय सिंह ने क्वांटम कंप्यूटिंग और प्रौद्योगिकियों पर हाल की पहलों पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रो. वतनबे शिनिची ने यूईसी के इतिहास, पृष्ठभूमि और अनुसंधान गतिविधियों पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी। उन्होंने लेजर और क्वांटम ऑप्टिक्स, सामग्री विज्ञान, क्वांटम प्रौद्योगिकी, नैनो रोबोटिक्स, संचार और सूचना विज्ञान के क्षेत्रों में यूईसी की मजबूत ताकत और पृष्ठभूमि पर भी जोर दिया।