वाराणसी। कन्याकुमारी स्थित स्वामी विवेकानंद स्मारक के 50 वर्ष पूरे होने पर स्वामी विवेकानंद संदेश यात्रा शुरू की गयी है। लखनऊ से 12 जनवरी को निकली यह यात्रा 17 जनवरी को वाराणसी पहुंच रही है। यहां इसका भव्य स्वागत किया जाएगा। यात्रा विवेकानंद केंद्र उत्तर प्रदेश की ओर से निकाला गई है।
विवेकानंद केंद्र के प्रांतीय संयोजक डीएन लाल ने इस बारे में सोमवार को मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यात्रा बाराबंकी, अयोध्या, बस्ती, संतकबीरनगर, गोरखपुर, पडरौना, देवरिया, मऊ, गाजीपुर होकर वाराणसी पहुंचेगी। वाराणसी में स्वामीजी के जीवन दर्शन पर विविध आयोजन होंगे।
डीएन लाल ने बताया कि विवेकानंद संदेश यात्रा का प्रथम स्वागत पहाड़िया चौराहे पर आयोजित स्वागत समारोह में किया जाएगा। इसके उपरांत एलटी कॉलेज में स्वागत समारोह का आयोजन किया जाएगा। नदेसर स्थित स्वामी विवेकानंद प्रतिमा पर भी एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यहां से यात्रा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ पहुंचेगी। यात्रा में शामिल लोग इसके बाद रथयात्रा स्थित कैलाश मठ में आयोजित प्रबुद्धजनों की सभा में शिरकत करेंगे। इसमें बिहार के जेपी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो हरिकेश सिंह और अखिल भारतीय विद्वत परिषद के महामंत्री डॉ. कामेश्वर उपाध्याय भी विचार रखेंगे।
विवेकानंद संदेश यात्रा रात्रि विश्राम के बाद 18 जनवरी की सुबह योगाभ्यास में भाग लेने से आरंभ होगी। यहां से यात्रा भेलूपुर स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पहुंचेगी जहां पर उनका स्वागत किया जाएगा। अगला आयोजन लंका स्थित संत रविदास गेट और बीएचयू सिंहद्वार पर यात्रा के भव्य स्वागत का है। बीएचयू स्थित महामना पंडित मदन मोहन मालवीय भवन में आयोजित स्वागत समारोह में यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। इसके उपरांत यह यात्रा सुंदरपुर चौराहा होते हुए जगतपुर डिग्री कॉलेज पहुंचेगी। वहां युवा इस यात्रा को प्रयागराज के लिए प्रस्थान कराएंगे। पत्रकार वार्ता में कार्यक्रम के संयोजक डॉ. बाला लखेंद्र और श्री विजय नाथ पांडे उपस्थित थे।