वाराणसी। 11वीं दुर्गावती देवी स्मृति कैरम प्रतियोगिता के महिला वर्ग में रितंभरा ने बड़ा उलटफेर करते हुए फाइनल में इंडिया नंबर तीन मंतसा इकबाल को पराजित कर दिया। पुरुष वर्ग में गत विजेता शिवदयाल यादव ने दबदबा कायम रखते हुए खिताब जीता।
प्रतियोगिता में रविवार को खेले गए फाइनल मैच में शिवदयाल ने पूर्व सीबीएसई चैंपियन और गत उपजेता सौरव गुप्ता को 26-0, 25-9 से सीधे सेटों में हराया। महिला वर्ग में रितंभरा ने मंतसा पर 18-16, 25-0 से जीत दर्ज की।
इसके पहले पुरुष वर्ग के सेमीफाइनल मैचों में यूपी नंबर दो शिवदयाल ने कृष्णदयाल यादव को 18-25, 25-6, 25-6 से पराजित किया। गत उपजेता गौरव ने दूसरे सेमीफाइनल में अश्वनी चक्रवाल को 22-8, 14-12 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। रविवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मैचों में शिवदयाल ने नूरैन खान को, गौरव ने विनोद यादव को, कृष्णदयाल यादव ने जमुनाधर उर्फ झुनझुन गुप्ता कौ और अश्वनी चक्रवाल ने अभिषेक यादव को हराया।
महिला वर्ग के सेमीफाइनल में रितंभरा ने तूलिका चौरसिया को 25-2, 25-16 से, मंतसा इकबाल ने गत चैंपियन कामना गुप्ता को 24-6, 25-4 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। क्वार्टर फाइनल मैचों में रितंभरा ने अंजलि केसरी को, मंतसा ने दीपाली यादव को, कामना गुप्ता ने सौम्या यादव को और तूलिका चौरसिया ने िरषिता केशरी को हराया।
फाइनल के बाद मुख्य अतिथि डीआईजी (कानून व्यवस्था) अनिल सिंह तथा विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश कैरम एसोसिएशन के प्रधान संरक्षक और ऑल इंडिया कैरम फेडरेशन के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट डॉ. अशोक सिंह, सिंचाई आयोग के पूर्व अध्यक्ष विजय शंकर पांडेय, सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राधेलाल, जिला कैरम एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयशंकर मेहता और उत्तर प्रदेश कैरम एसोसिएशन के अध्यक्ष बैजनाथ सिंह, सचिव जहीर अहम, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरदार रणवीर सिंह मौजूद रहे।
इस मौके पर सीनियर नेशनल कैरम चैंपियनशिप के एकल विजेता अब्दुल रहमान, दूसरे स्थान पर रहने वाली सात सदस्यीय यूपी टीम के सदस्यों अब्दुल रहमान, शिवदयाल यादव, मोहम्मद शानू, मोहम्मद आरिफ, मोहम्मद शहजाद, उमर तनवीर, मैनेजर सिराजुद्दीन तथा इंडिया नंबर तीन बनारस की मंतसाइकबाल और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से स्कॉलरशिप प्राप्त अंजलि केशरी को सम्मानित किया गया। इंडिया नंबर वन बनने वाले यूपी के पहले खिलाड़ी अब्दुल रहमान को 10 हजार रुपये का इनाम दिया गया।
चीफ रेफरी रमेश वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। विजय शंकर मेहता ने आभार व्यक्त किया। संचालन बैजनाथ सिंह ने किया।