मोहाली। विश्व कप से पहले दुनिया की दो बड़ी टीमें मंगलवार को यहां टी-20 मुकाबले में भिड़ेंगी। एक पूर्व चैंपियन और एक मौजूदा चैपियन। मेजबान भारत के सामने विश्व कप से पूर्व अपनी उन गलतियों को सुधारने का मौका होगा, जिनकी वजह से एशिया कप में उन्हें निराशा झेलनी पड़ी। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के इस सबसे छोटे स्वरूप में अपनी बादशाहत कायम रखने के लिए पूरी ताकत लगाएगा। इस जंग में दो खिलाड़ियों पर दर्शकों की खास निगाह होगी और इनके बीच मुकाबला खासा दिल्चस्प हो सकता है। ये दो खिलाड़ी विराट कोहली और स्टीव स्मिथ हैं।
विराट और स्मिथ दोनों ही आमतौर पर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं। इन दोनों में ही रन बनाने की एक सी भूख दिखाई देती है। ये दोनों ही किसी भी वक्त मैच का पासा पलटने की क्षमता रखते हैं। इनकी उम्र भी एक समान है। वैसे स्टीव स्मिथ क्रिकेट के दोनों लंबे प्रारूपों के विशेषज्ञ माने जाते हैं और उन्होंने विराट के मुकाबले लगभग आधे टी-20 मैच खेले हैं। अबतक स्मिथ का 57 टी-20 मैचों में एक भी शतक नहीं है। उनका सर्वाधिक स्कोर 90 रन है। उनका रन बनाने का औसत भी कोहली के मुकाबले आधा है, लेकिन वह जिस स्तर के खिलाड़ी हैं, किसी भी समय तेजी के साथ टीम के लिए रन जुटा सकते हैं।
विराट कोहली ने पिछले एशिया कप के दौरान टी-20 में दो उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने 100 मैच पूरे किये और क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप में पहला शतक भी जड़ा। विश्व कप से पहले लगभग तीन साल तक कोहली रन बनाने के लिए जूझते रहे। इस दौरान कई दिग्गजों ने यह राय दे डाली की कोहली को अब टी-20 से संन्यास ले लेना चाहिए। एशिया कप से हासिल किया फॉर्म अगर कोहली ऑस्ट्रेलिया और इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी जारी रखते हैं तो विश्व कप में उनसे टीम की उम्मीदें और बढ़ जाएंगी।
इस बीच ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में विराट कोहली को दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में शुमार बताया। उन्होंने कहा कि जिसने 71 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए हैं, उसे कुछ अरसा संघर्ष करने पर आप खारिज नहीं कर सकते। कोहली 15 साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शिखर पर छाए हैं। वह जिस टीम के सामने होते हैं, उस टीम को अपनी सभी तैयारियां पुख्ता तौर पर करनी पड़ती हैं। फिंच ने स्मिथ के बारे में कहा कि इस शृंखला में मिशेल मार्श की अनुपस्थिति में स्मिथ निश्चित तौर पर तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करेंगे, लेकिन आगे भी वह जहां चाहें, बल्लेबाजी कर सकते हैं। हम उनकी क्षमताओं से वाकिफ हैं और विश्व कप में वह हमारे लिए एक अहम कड़ी साबित होंगे। वह क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में बेहतरीन खेल दिखा सकते हैं।