नई दिल्ली। भारतीय क्रिक्ट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष तथा पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी ग्रेग चैपल को भारतीय टीम का कोच नियुक्त करना गलत फैसला नहीं था। गांगुली शुक्रवार को अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं।
भारत के सफलतम कप्तानों में एक सौरव ने एक इंटरव्यू में कहा कि किसी व्यक्ति की नियुक्ति काफी सोच विचार के बाद ही की जाती है। यह एक सर्वसम्मत फैसला होता है। इसमें कप्तान की भी सहमति होती है।
चैपल को जिस समय कोच नियुक्त किया गया, उस समय सौरव भारतीय टीम के कप्तान थे। बाद में इन दोनों के रिश्तों में किस तरह खटास आई, यह जगजाहिर है। यहां तक कि सौरव को टीम से जगह भी गंवानी पड़ी थी। इसके बाद चैपल को कोच पद से हटा दिया गया था। तब गांगुली की टीम में वापसी संभव हुई। गांगुली को इस दौरान घरेलू क्रिकेट में खेलना पड़ा था।
गांगुली ने कहा कि घरेलू क्रिकेट खेलना मुश्किल नहीं था, लेकिन परिस्थितियां काफी कठिन थीं, क्योंकि जो कुछ हो रहा था, वह मेरे खेल से इतर था। टीम से हटाए जाने से पहले मैंने देश के लिए लगातार 13 साल क्रिकेट खेली। मैंने आज के खिलाड़ियों की तरह इस दौरान कभी ब्रेक नहीं लिया। मुझे लगता है कि वे चार छह महीने मेरे लिए क्रिकेट से ब्रेक जैसे थे।
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