नागपुर। जिस पिच पर भारत ने पहली पारी में 400 रन का स्कोर खड़ा किया, उस पिच पर ऑस्ट्रेलियाई टीम दोनों पारियों में इतने रन नहीं बना सकी। इस तरह भारत ने चार टेस्ट मैचों की गावस्कर-बॉर्डर सीरीज का पहला मैच पारी और 132 रन से जीतकर टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की ओर पहला कदम बढ़ा दिया। पहली पारी में 177 रन बनाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में 91 रन पर ढेर हो गई। रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी मे 37 रन देकर पांच विकेट चटकाए। उन्होंने टेस्ट मैचों में 31वीं बार एक पारी में पांच विकेट हासिल किए। पहली पारी में पांच सहित मैच में सात विकेट लेने और विपरीत परिस्थितियों में 70 रन की पारी खेलने वाले रवींद्र जडेजा को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।

मैच के तीसरे दिन शनिवार को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों पर खास प्रभाव नहीं छोड़ सके। हालांकि पिच से उनको टर्न मिल रहा था और गेंद काफी नीची भी रह रही थी, लेकिन कल के अविजित बल्लेबाजों रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने पूरी दक्षता से स्पिन गेंदबाजी का सामना किया। इन दोनों ने सातवें विकेट के लिए 88 रन जोड़े। इन दोनों ने शॉट चुनने में काफी सावधानी बरती और कमजोर गेंदों को उनके अंजाम तक पहुंचाया। आखिरकार टॉड मर्फी ने जडेजा को चकमा दे ही दिया और ऑफ स्टम्प की लाइन पर पड़ी गेंद को जडेजा ने खेलने की कोशिश नहीं की। गेंद उनका स्टम्प ले उड़ी।
भारत के लिए सुखद बात मोहम्मद शमी की बल्लेबाजी भी रही। पिच पर आने के साथ ही जीवनदान पाने वाले शमी ने दो चौके और तीन छक्के की मदद से 37 रन बनाने के साथ ही अक्षर पटेल के साथ नवें विकेट के लिए 52 रन भी जोड़े। दूसरे छोर पर अक्षर शतक की ओर बढ़ते दिख रहे थे। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की गेंद को आगे बढ़कर हिट करने के चक्कर में वह बोल्ड हो गए। अक्षर ने 10 चौके और एक छक्के की मदद से 84 रन बनाए। यह उनके टेस्ट करियर का एक पारी में सर्वाधिक स्कोर भी रहा।
अश्विन ने मेहमान बल्लेबाजों को दूसरी पारी में बिखेर दिया
पिच की स्थिति देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में जिस तरह से खेला, उसे विश्वस्तरीय नहीं कहा जा सकता। ऊपरी क्रम के पांच बल्लेबाज पगबाधा आउट हुए। इन बल्लेबाजों ने अश्विन और जडेजा की स्टम्प की गेंदों पर स्वीप या रिवर्स स्वीप करने की कोशिश में विकेट गंवाए। नीची रहती गेंदों पर वे बुरी तरह परास्त हुए और विकेट गंवाते चले गए। स्टीवन स्मिथ ने दूसरी पारी में सर्वाधिक नाबाद 25 रन बनाए। वह 89 के योग पर जडेजा की गेंदपर बोल्ड हो गए, लेकिन यह नोबॉल थी। इस तरह वह नाबाद रहने में कामयाब रहे। मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया के अंतिम दो विकेट चटकाकर भारत को जीत दिला दी।