मुंबई। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को स्पष्ट सलाह दे डाली है कि अगले साल खेले जाने वाले एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप से पहले शीर्ष बल्लेबाजों को किसी हाल में आराम न दिया जाय। भारतीय क्रिकेट टीम इस समय न्यूजीलैंड में एक दिवसीय मैचों की सीरीज खेल रही है और ज्यादातर प्रमुख बल्लेबाज टीम में शामिल नहीं हैं। इनमें रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल जैसे नाम हैं।
सुनील गावसकर का अंतरराष्ट्रीय करियर डेढ़ दशक का रहा और उन्होंने इस दौरान कभी खेल से आराम नहीं लिया। यह दीगर बात है कि उस समय आज के मुकाबले क्रिकेट काफी कम होता था। टीम से वरिष्ठ खिलाड़ियों को आराम देने से युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी मिलता है। वैसे गावसकर मानते हैं कि लगातार बहुत अधिक परिवर्तन टीम के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। उनका कहना है कि टीम प्रबंधन को विश्व कप के मद्देनजर प्रमुख खिलाड़ियों की भूमिका पर योजना तैयार करनी चाहिए। विश्व कप में अब एक साल से कम का समय बचा है, इसलिए मेरा सुझाव है कि भारतीय बल्लेबाजों को ज्यादा से ज्यादा एकसाथ खेलना चाहिए।
गावसकर ने टीम मैनेजर को सुझाव दिया है कि प्रमुख खिलाड़ियों को ब्रेक न दिया जाय। वे लगातार खेलेंगे तो टीम को फायदा ही होगा। गावसकर का कहना है कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में साझेदारियां काफी अहम होती हैं। इससे बल्लेबाजों में एक दूसरे के प्रति विश्वास और समझ कायम होती है।
गावसकर ने खिलाड़ियों के साथ ही कोचिंग स्टाफ के रेस्ट लेने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कोच को अपने खिलाड़ियों और उनके खेल को समझने के लिए अधिक से अधिक समय देना चाहिए। तभी वह मैचों के दौरान सही तरीके से योजना बना सकता है। गौरतलब है कि पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी हाल ही में मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ के ब्रेक लेने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि मैं ब्रेक में विश्वास नहीं करता। मैं अपने खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा समझना पसंद करता था।