रायपुर। भारतीय गेंदबाजों ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में शनिवार को जिस अनुशासित गेंदबाजी का प्रदर्शन किया, वह कभी कभार ही देखने को मिलता है। ऐसी गेंदबाजी हाल ही में श्रीलंका के साथ हुई सीरीज के तीसरे एक दिनी मैच में दिखी थी, जब श्रीलंकाई पारी महज 73 रन पर ढेर हो गई। न्यूजीलैंड की टीम भी आज लड़खड़ाते हुए 108 रन के स्कोर तक ही पहुंच सकी।

हैदराबाद में सीरीज के पहले मैच में भी भारत के 349 रन के स्कोर का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड के पांच विकेट सस्ते में गिर गए थे, लेकिन इसके बाद मिशेल ब्रेसवेल औऱ मिशेल सेंटनर ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी। भारतीय गेंदबाजों पर इससे खासा दबाव भी बन गया था।
रायपुर के नए स्टेडियम और नई पिच पर न्यूजीलैंड के बल्लेबाज कभी सहज नहीं दिखे। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का जो फैसला किया, उसे गेंदबाजों ने सही साबित कर दिया। मोहम्मद शमी खासतौर पर काफी खतरनाक दिखे, जिन्होंने पहले ही ओवर में विकेट लेकर अच्छी शुरुआत दी। हालांकि इस विकेट के गिरने के बाद न्यूजीलैंड की टीम कभी संभल नहीं सकी।
न्यूजीलैंड के सिर्फ तीन खिलाड़ी ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके। ग्लेन फिलिप्स ने पांच चौकों की मदद से सर्वाधिक 36 रन बनाए, जबकि पिछले मैच के शतकवीर ब्रेसवेल 22 और अर्धशतक ठोकने वाले मिशेल सैंटनर 27 रन बनाकर आउट हुए। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज एक भी छक्का नहीं लगा सके। इसके अलावा उन्होंने डॉट गेंदें भी काफी अधिक खेलीं।
पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी, जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया। इसके अलावा शमी और हार्दिक पांड्या ने रिटर्न कैच भी पकड़े। खासकर पांड्या ने बाएं हाथ से डेवोन कॉन्वे का काफी नीचा कैच पकड़ा।