डबलिन। आयरलैंड के खिलाफ मंगलवार को खेले गए टी-20 मैच में 225 रन बनाने के बावजूद भारत को जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ा। वह तो भला हो दीपक हुड्डा और संजू सैमसन का कि इन दोनों ने रिकॉर्ड साझेदारी करके टीम को बड़ा स्कोर दे दिया।
दीपक हुड्डा ने पहले मैच में भी 47 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी। उन्हें शॉट खेलने में काफी आसानी हो रही थी। इसकी वजह उनका स्टांस (गेंद खेलने से पहले बल्लेबाजी के लिए तैयार होना) हो सकता है। हुड्डा ने लेग स्टंप के बाहर खड़े होकर ओपन चेस्ट स्टांस को अपनाया। गेंद फेके जाने से पहले वह शफल करके मिडिल-ऑफ स्टंप पर आकर गेंदों को हिट कर रहे थे। इसके अलावा गेंद को हिट करने से पहले पिच पर उनकी चहलकदमी भी काफी सटीक रही। एक खासियत यह भी रही कि उन्होंने कभी भी गेंद की लाइन के विपरीत या दूर से गेंद को खेलने का प्रयास नहीं किया।
दरअसल इस तरह का स्टांस और चहलकदमी गेंदबाज को भ्रमित करते हैं। गेंदबाज समझ नहीं पाता कि गेंद कहां डाली जाय। अगर एक बल्लेबाज के सामने गेंदबाज असहज होते हैं तो दूसरे छोर के बल्लेबाज के लिए भी रन बनाना आसान हो जाता है। यही संजू सैम्सन के साथ हुआ। हुड्डा जितनी तेजी से रन जुटा रहे थे, सैमसन ने भी उनका साथ उसी तेजी के साथ निभाया।
गेंदबाजों का प्रदर्शन खासा निराशाजनक रहा
आयरिश खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मैचों का उतना अनुभव नहीं है, फिर भी उन्होंने भारत के गेंदबाजी आक्रमण और बड़े स्कोर के दबाव के बीच बेहतरीन बल्लेबाजी की। खासकर पॉल स्टर्लिंग और कप्तान एंडी बॉलबिरीन ने पहले विकेट के लिए 5.4 ओवरों में 72 रन जोड़कर आयरिश टीम की जीत की सुगंध भी दे दी थी। बाद में जॉर्ज डॉकरेल, हैरी टेक्टर और मार्क अडेयर ने आयरलैंड को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था। भारतीय गेंदबाजी का इसमें बड़ा हाथ रहा। अनुभवी भुवनेश्वर समेत हर्षल पटेल, रवि बिश्नोई, अक्षर पटेल, हार्दिक पांड्या अपनी ख्याति के अनुरूप गेंदबाजी नहीं कर सके। विविधता तो कहीं दिखी ही नहीं। यह ठीक है कि विकेट से गेंदबाजों को मदद नहीं मिल रही थी, लेकिन आयरिश बल्लेबाजी को 200 से कम स्कोर पर रोका जा सकता था। अपना दूसरा ही मैच खेल रहे उमरान मलिक ने तीन ओवरों में 29 रन दिये थे। अंतिम ओवर में 17 रन रोकने की जिम्मेदारी उमरान को सौंपकर कप्तान पांड्या ने बड़ा जोखिम उठाया था। क्योंकि उनके और अक्षर पटेल के दो-दो ओवर बचे हुए थे। हालांकि उमरान अंततः इस स्कोर को सुरक्षित करने में सफल रहे।