मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बड़ी दुविधा में फंस गया है। चोट के कारण टी-20 विश्व कप से बाहर हुए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के विकल्प के तौर पर किसे टीम में शामिल किया जाय, इसपर अभी फैसला नहीं हो पाया है। इस बीच इस प्रक्रिया के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की ओर से दी गई अंतिम तिथि भी बीत गयी। अब किसी खिलाड़ी को टीम में शामिल करने के लिए बीसीसीआई को आईसीसी से विशेष अनुमति लेनी होगी।
बुमराह के विकल्प के तौर पर विश्व कप के लिए स्टैंडबाई खिलाड़ी मोहम्मद शमी और दीपक चाहर भी फिटनेस समस्या से जूझ रहे हैं। बोर्ड के अधिकारी इन दोनों की फिटनेस रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रहे हैं। यहां यह सवाल उठता है कि अगर इनकी फिटनेस रिपोर्ट सही मिल गई औऱ किसी एक को ऑस्ट्रेलिया भेज दिया गया तो विश्व कप के दबाव भरे क्षणों में ये फिटनेस को कितना सहेज पाएंगे। क्या भारत के पास और कोई ऐसा गेंदबाज नहीं है, जो फिट भी हो और जिसका प्रदर्शन भी बेहतर हो।
इन सवालों का जवाब देने के लिए बोर्ड को सांचे से बाहर निकलकर देखने की जरूरत है। यह सही है कि मोहम्मद शमी टीम के लिए नाजुक मौकों पर विकेट निकालने में सक्षम हैं। वह अनुभवी हैं और जरूरत पड़ने पर रन भी बना सकते हैं। दीपक चाहर एक ऑलराउंडर के तौर पर उभरते दिख रहे हैं। उनकी गेंदों में स्विंग है, विविधता है और विकेट लेने के अलावा रन बनाने की क्षमता भी दिखा चुके हैं। फिर भी ताजा-ताजा चोटों को ठीक करके विश्व कप में इन्हें मौका देना बेहद जोखिम भरा हो सकता है।
भारत के पास एक और ऐसा गेंदबाज है, जिसकी क्षमताएं मैच विनर जैसी हैं। यह खिलाड़ी शार्दूल ठाकुर है। टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 33 विकेट ले चुके शार्दूल ऑलराउंडर के रूप में पहले से स्थापित हैं। कई बार महत्वपूर्ण अवसरों पर उन्होंने अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित किया है। वह पूरी तरह फिट भी हैं। ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में अपने कौशल का प्रदर्शन भी कर चुके हैं। ऐसे में अगर संभव है तो शार्दूल ठाकुर को जसप्रीत बुमराह के स्थान पर विश्व कप टीम में शामिल किया जा सकता है।