लंदन। भारत और इंग्लैंड की टीमें गुरुवार की शाम एक बार फिर लॉर्ड्स के मैदान में आमने-सामने होंगी। ऐसे में मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर ने 20 साल पहले लॉर्ड्स में खेले गए नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल का एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया है।
2002 में 13 जून को भारत ने उस समय का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल कर के जीत दर्ज की थी। इंग्लैंड ने पहले खेलते हुए 325 रन बनाए थे। इसका पीछा करते हुए भारत ने एक समय 25 ओवरों तक 146 रन पर अपने पांच विकेट गंवा दिये थे। इनमें सचिन का विकेट भी था, जिन्होंने 14 रन बनाए थे। इसके बाद टीम में नए-नए शामिल हुए युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने आश्चर्यजनक पारी खेलते हुए भारत को लक्ष्य पार कराया था।
हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक सचिन ने बताया कि हम मैच जीतने के बारे में सोचना बंद कर चुके थे। तभी युवी और कैफ ने तेजी से रन बनाना शुरू किया। वे एक रन को दो रन बना रहे थे और युवराज ने बाउंड्री मारना शुरू कर दिया था। युवराज 69 रन बनाने के बाद जब आउट हुए, तब कैफ ने उनकी जिम्मेदारी उठा ली। कैफ ने अविजित 87 रन बनाए और भारत दो विकेट से मैच जीत गया।
सचिन ने बताया कि इस जीत के बाद सौरव गांगुली ने अपनी जर्सी उतारी थी, यह तो सब लोगों ने देखा, लेकिन इसके अलावा एक बात हुई थी, जिसे कोई नहीं जानता। सचिन के मुताबिक मैच खत्म होने के बाद युवराज और कैफ उनके पास गए और कहा कि “पाजी, हम अच्छा खेले और जीत हासिल की। लेकिन हमें इससे बेहतर करने के लिए क्या करना होगा।” मैंने उनसे कहा कि आपने जो आज किया, बस उसे जारी रखिए। भारतीय क्रिकेट आगे बढ़ता जाएगा। इसके बाद जबतक ये दोनों खेलते रहे, कभी निराश नहीं किया।