बर्मिंघम। तीन विकेट पर 478 रन बनाकर इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली। ऐसा टेस्ट क्रिकेट में पहली बार हुआ, जब इंग्लैंड की टीम ने इतना बड़ा लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया और यह भी पहली बार हुआ, जब भारत पहली पारी में 400 से ज्यादा रन बनाने और पहली पारी में 100 रन से ज्यादा की बढ़त लेने के बाद भी हार गया। इंग्लैंड ने यह शृंखला 2-2 से बराबर कर ली। जो रूट और जॉनी बेयरस्टो ने न सिर्फ शतक ठोके, बल्कि चौथे विकेट के लिए 269 रन की अजेय साझेदारी भी की।

इंग्लैंड की ओर से दोनों पारियों में शतक बनाने वाले बेयरस्टो को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। वह दूसरी पारी में 114 रन बनाकर अविजित रहे। इसमें उन्होंने 14 चौके और एक छक्का लगाया। दूसरी ओर पूर्व कप्तान जो रूट ने अजेय 142 रनों की पारी खेली, जिसमें 19 चौके और एक छक्का शामिल था। पांच टेस्ट मैचों की इस शृंखला का मैन ऑफ द मैच इस टेस्ट में भारत की कप्तानी करने वाले जसप्रीत बुमराह को घोषित किया गया।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शृंखला बराबर होने पर टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में भारतीय टीम की स्थिति बदल सकती है। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बाद भारत इस तालिका में तीसरे स्थान पर है। पिछली टेस्ट चैंपियनशिप में भारत उपविजेता रहा था, जबकि न्यूजीलैंड ने चैंपियनशिप जीती थी। इंग्लैंड ने इस साल इन दोनों ही टीमों को अपने घर में हराया।
इंग्लैंड को भारत के खिलाफ अंतिम दिन 119 रन बनाने थे और भारत को जीतने के लिए सात विकेट चटकाने थे। पहली बात ज्यादा आसान थी। भारत के पास कोई विकल्प नहीं बचा था। पिच पूरी तरह बेजान हो चुकी थी और गेंदबाजों के पास इसपर करने के लिए कुछ भी नहीं था। अंतिम दिन अंग्रेज बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों को कोई मौका भी नहीं दिया।