कोलकाता। भारतीय क्रिकेट के लिए 12 जनवरी का दिन कुछ मायनों में यादगार हो गया। भारतीय टीम ने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार 10वीं बार श्रीलंका से द्विपक्षीय सीरीज जीती। यह संयोग था कि भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अपने जीवन का अर्धशतक इसी दिन पूरा किया और टीम के विकेटीपर बल्लेबाज कन्नानुर लोकेश राहुल ने बेहतरीन अर्धशतक ठोककर टीम को जीत दिलाई।
केएल राहुल ऐसे समय क्रीज पर पहुंचे, जब शीर्ष बल्लेबाज रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली 10वें ओवर में 62 रन बनने तक पैवेलियन लौट चुके थे। यह सिलसिला यहीं नहीं रुका। 15वें ओवर में 86 के स्कोर पर श्रेयस अय्यर भी आउट हो गए। रन औसत भारत के लिए पूरी पारी के दौरान कभी चिंता की बात नहीं थी, लेकिन श्रीलंकाई गेंदबाजों ने दबाव भी बनाए रखा।
रोहित, गिल औऱ विराट बेहतरीन गेंदों पर विकेट गंवा बैठे। खासकर पेसर लाहिरु कुमार ने कुछ रन तो लुटाए, लेकिन विकेट भी निकाले। पिछले मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले भारतीय बल्लेबाजों के यहां किये प्रदर्शन पर थोड़ा अचरज जरूर हुआ।
राहुल ने एक छोर से धीरे-धीरे पारी को बढ़ाया। उन्हें हार्दिक पांड्या का भी अच्छा साथ मिला और दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 75 रन जोड़ दिए। पांड्या के 161 के स्कोर पर आउट होने के बाद भी फॉर्म में चल रहे अक्षर पटेल पर भरोसा था। यहां से जीतने के लिए लगभग 3.5 रन प्रति ओवर की दर से ही रन बनाने थे। लक्ष्य से 25 रन पहले अक्षर भी विदा हो गए।
केएल राहुल काफी संभलकर खेल रहे थे। नए बल्लेबाज कुलदीप यादव ने भी उनका काफी मजबूती से साथ निभाया। कुलदीप ने गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था। आखिरकार ये दोनों टीम को जीत की राह तक ले गए और अपने कोच को शानदार तोहफा दे दिया।
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