तिरुअनंतपुरम। केरल के इस तटीय शहर की घसियाली पिच ने बल्लेबाजों का कड़ा इम्तिहान लिया। पहले दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज इस इम्तिहान में जहां पूरी तरह फेल हुए, बाद में भारतीय बल्लेबाजी भी इस राह पर चलती दिखी। सातवें ओवर में महज 17 रन और दो विकेट। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जो मंजर देखा, उसे वह शायद ही याद रखना चाहेंगै। हालांकि केशव महाराज के अलावा मार्करम और वेन पार्नेल की मदद से प्रोटेस 106 रन तक पहुंच सके। भारतीय पारी की दयनीय शुरुआत के बाद केएल राहुल और सूर्यकुमार यादव ने शुरुआती संकटों से उबरते हुए तीसरे विकेट के लिए अविजित साझेदारी में 93 रन जोड़कर भारत को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। यह साझेदारी 63 गेंदों पर आई। भारत ने यह मैच आठ विकेट से जीता। भारत ने दो विकेट पर 110 रन बनाए और सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली। अर्शदीप सिंह को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।

भारतीय टीम की कहानी भी कुछ ऐसी ही शुरू हुई, जैसी दक्षिण अफ्रीका की थी। नौ रन के स्कोर पर रबाडा ने खूबसूरत आउट स्विंगर पर रोहित को बल्ला अड़ाने पर मजबूर किया और विकेटकीपर डिकॉक ने बेहतरीन डाइविंग कैच पकड़ा। रोहित खाता भी नहीं खोल सके। भारत का स्कोर नौ रन था। पावर प्ले के छह ओवर खत्म होने के समय भारत का स्कोर एक विकेट पर 17 रन था। सातवें ओवर में एनरिच नोकिया ने अपनी पहली ही गेंद पर विराट कोहली को विकेट के पीछे डिकॉक के हाथों कैच करा दिया।
इसके बाद सूर्यकुमार ने ओपनर केएल राहुल के साथ तीसरे विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी 38 गेंदों पर पूरी की। इस दौरान दोनों ने बेहतरीन स्ट्रोक खेले। सूर्यकुमार ने 33 गेंदों पर अपना अर्धशतक शम्स तबरेज के तीसरे ओवर में पूरा किया इसमें पांच चौके और तीन छक्के शामिल थे। इसकी अगली ही गेंद पर राहुल ने छक्का लगाकर न सिर्फ अपना अर्धशतक पूरा किया, बल्कि भारत को आठ विकेट से जीत भी दिला दी। राहुल ने दो चौके और चार छक्के की मदद से अविजित 51 रन बनाए।
इसके पहले ऑलराउंडर केशव महाराज की संकल्पपूर्ण बल्लेबाजी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने हाहाकारी स्थिति से उबरते हुए आठ विकेट पर 106 रन का स्कोर खड़ा कर लिया। भारत की ओर से अर्शदीप सिंह और दीपक चाहर ने दक्षिण अफ्रीका को शुरुआती झटके दिए, जिससे एक समय प्रोटेस का स्कोर नौ रन पर पांच विकेट था।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज इस पिच पर भारतीय गेंदबाजों का सामना करने में बिल्कुल असफल रहे। चार बल्लेबाज तो खाता भी नहीं खोल सके। चौथे क्रम पर खेलने आए एडिन मार्करम ने कुछ हद तक शुरू में पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहे। मार्करम तीन चौके और एक छक्के की मदद से 25 रन बनाकर आउट हुए।
केशव महाराज पांच चौके और दो छक्के की मदद से 35 गेंदों पर 41 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका के टॉप स्कोरर रहे। वेन पार्नेल ने एक चौके और एक छक्के की मदद से 24 रन बनाए। भारत के लिए अर्शदीप ने तीन, दीपक चाहर और हर्षल पटेल ने दो-दो विकेट लिए। अक्षर पटेल को एक विकेट मिला।
अश्विन ने “इन स्विंग” से चौंकाया
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को इस मैच में विकेट तो नहीं मिला, लेकिन उन्होंने चार ओवरों में एक मेडन रखते हुए सिर्फ आठ रन दिये। अश्विन ने हमेशा की तरह ऑफ स्पिन, टॉप स्पिन के साथ कैरम ब़ॉल भी फेकी। हालांकि अपने चौथे ओवर में उन्होंने एक गेंद फेकी, जो बिल्कुल तेज गेंदबाज की इनस्विंग जैसी थी। यह गेंद पिच होने से पहले हवा में लहराई और फिर अंदर की ओर आई। बल्लेबाज केशव महाराज ने किसी तरह इसपर अपना विकेट बचाया।