वाराणसी। मुश्ताक अली ट्रॉफी टी-20 राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए उत्तर प्रदेश की टीम के चयन पर सवाल उठने लगे हैं। कई वरिष्ठ क्रिकेटरों ने कहा है कि चुनी गई टीम को देखकर लगता है कि इसमें चयनकर्ताओं की राय का कोई मतलब नहीं था। उनपर कोई बाहरी दबाव डाला गया है।
कुछ खिलाड़ियों के चयन और कुछ बेहतर खिलाड़ियों को टीम से बाहर रखने पर आपत्तियां जताई गई हैं। पूर्व खिलाड़ियों का कहना है कि टीम चुनने के लिए चयनकर्ताओं को स्वतंत्रता नहीं दी गयी। इससे साफ हो जाता है कि टीम के चयन में बाहरी हस्तक्षेप ज्यादा है। उनका कहना है कि इन दिनों यूपी की टीम में पश्चिम के खिलाड़ियों को तहजीह दी जा रही है। कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज के खिलाड़ियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
आईपीएल के अलावा अन्य प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अंकित राजपूत और मोहसिन खान जैसे खिलाड़ियों को यूपी की टीम में शामिल नहीं करने का औचित्य समझ में नहीं आया। इनकी जगह दो ऐसे खिलाड़ियों का टीम में चयन हुआ है, जो अबतक किसी स्तर पर खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। इतना ही नहीं, इनमें से एक को टीम का उपकप्तान भी बनाया गया है।