नई दिल्ली। दुनिया का सबसे अमीर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इन दिनों गहरी चिंता में है। इसकी वजह हैं इंडियन प्रीमियर लीग की वे फ्रेंचाइजी, जो विदेशी लीगों में टीमों का मालिकाना हक हासिल कर रही हैं।
दरअसल आईपीएल बीसीसीआई के लिए एक बड़ा ब्रांड बन चुका है। दुनिया का हर क्रिकेट खिलाड़ी इसकी चकाचौंध से चमत्कृत है और इससे जुड़ना चाहता है। बोर्ड को डर है कि कहीं आईपीएल फ्रेंचाइजी के विदेशी लीगों से जुड़ने के बाद आईपीएल की महत्ता पर कोई असर न पड़ जाय। संभवतः यही वजह है कि बीसीसीआई अपने मौजूदा स्टार खिलाड़ियों को विदेशी लीगों में खेलने की इजाजत नहीं देता।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इनसाइडस्पोर्ट से बातचीत में स्वीकार किया कि चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस जैसी फ्रेंचाइजी के विदेशी लीगों से जुड़ने से बोर्ड गहरी चिंता में है। अधिकारी ने कहा कि वैसे ये फ्रेंचाइजी कहीं भी निवेश करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन हम उन्हें आईपीएल की लोकप्रियता को भुनाने की इजाजत नहीं दे सकते।
आईपीएल फ्रेंचाइजी ने हाल ही में यूएई और दक्षिण अफ्रीका में होने वाली टी-20 क्रिकेट लीग में टीमें खरीदी हैं। इस बीच भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों ने बीसीसीआई से आग्रह किया है कि जो भारतीय क्रिकेटर बोर्ड से अनुबंधित नहीं हैं, उन्हें विदेशी लीगों में खेलने की इजाजत दी जाय।