बर्मिंघम। इंग्लैंड के खिलाफ यहां खेले जा रहे पिछली शृंखला के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को एक अतिरिक्त स्पिनर की कमी भारतीय टीम में काफी महसूस हुई। जीत के लिए 377 रन का पीछा करते हुए अंग्रेज सलामी जोड़ी एलेक्स लीस और जैक क्रॉली ने भारतीय तेज गेंदबाजी की धज्जी उड़ा दी। इस मैच के पहले तक रन बनाने के लिए जूझ रहे इन दोनों बल्लेबाजों ने 100 रन की साझेदारी सिर्फ 120 गेंदों पर करके भारत के सामने बड़ा संकट खड़ा कर दिया। बाद में जो रूट और जॉनी बेयरेस्टो के बीच हुई शतकीय साझेदारी ने इस संकट को और बड़ा कर दिया। भारतीय टीम अगर मैच हारती है तो यह पहली बार होगा कि पहली पारी में 400 से ज्यादा रन बनाने और सौ रन से ज्यादा की लीड लेने के बाद टीम पराजित हुई हो।
पहले दिन का खेल खत्म होेन तक इंग्लैंड तीन विकेट पर 259 रन बनाकर बेहद मजबूत स्थित में पहुंच गया था। उसे जीत के लिए अब पांचवें दिन 119 रन बनाने होंगे और सात विकेट अभी शेष हैं। जो रूट 76 और जॉनी बेयरस्टो 71 रन बनाकर क्रीज पर हैं। इन दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 151 रन की साझेदारी हो चुकी है।
चौथे दिन भारतीय पाली के दौरान इंग्लैंड के स्पिनर जैक लीच की गेंदों ने जब काफी स्पिन लेना शुरू किया, तब रवींद्र जडेजा के साथ एक अन्य स्पिनर होने की जरूरत शिद्दत से महसूस होने लगी। यह जरूरत उस समय और ज्यादा महसूस होने लगी जब कप्तान जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और शार्दूल ठाकुर की गेंदें स्विंग नहीं हो रही थीं। विकेट काफी सपाट हो चुका था और अंग्रेज बल्लेबाजों ने मनचाहे तरीके से रन बटोरे।
जसप्रीत बुमराह ने पहले क्रॉली को बोल्ड और ओली पोप को पंत के हाथों कैच कराकर भारत की मैच में वापसी कराई। इसके बाद जमकर खेल रहे लीस रन आउट हो गए। अब भारत इंग्लैंड पर दबाव बना सकता था। जडेजा की गेंदों पर अंग्रेज बल्लेबाज थोड़ा परेशान थे। दूसरे छोर से स्पिनर नहीं होने के कारण विपक्षी टीम को खास परेशानी नहीं हुई। भारत को जॉनी बेयरस्टो का विकेट मिलना चाहिए था, लेकिन सिराज की गेंदपर उनके बल्ले से निकला कैच स्लिप में हनुमा विहारी के हाथों से निकल गया। उस समय बेयरस्टो 14 रन पर थे। इसके बाद बेयरस्टो और जो रूट के बीच चौथे विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी पूरी हुई। इन दोनों ने इसके बाद 100 रन की साझेदारी भी पूरी की। इसके बाद बेयरस्टो ने भी अर्धशतक पूरा कर लिया।
चौथे दिन भारतीय पाली के दौरान इंग्लैंड के स्पिनर जैक लीच की गेंदों ने जब काफी स्पिन लेना शुरू किया, तब रवींद्र जडेजा के साथ एक अन्य स्पिनर होने की जरूरत शिद्दत से महसूस होने लगी। यह जरूरत उस समय और ज्यादा महसूस होने लगी जब कप्तान जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और शार्दूल ठाकुर की गेंदें स्विंग नहीं हो रही थीं। विकेट काफी सपाट हो चुका था और अंग्रेज बल्लेबाजों ने मनचाहे तरीके से रन बटोरे।
इसके पहले भारतीय टीम दूसरी पारी में 245 रन ही बना सकी। पुजारा सुबह जल्दी आउट हो गए। पंत ने अर्धशतक जरूर बनाया, लेकिन जैक लीच ने उन्हें अपने जाल में फंसाकर आउट कर लिया। पंत की कमजोरी को भांपते हुए लीच ने उनके ऑफ स्टंप से बाहर गेंदें डालीं। कुछ अच्छे शॉट लगाने के बाद पंत ने आखिर वह गलती की, जिसका अंग्रेज खिलाड़ी इंतजार कर रहे थे। रिवर्स स्वीप करने के चक्कर में पंत ने विकेट गंवा दिया।
इसके पहले श्रेयस अय्यर को अंग्रेज गेंदबाजों ने शॉर्टपिच गेंदों से काफी परेशान किया। अंततः अय्यर भी अंग्रेजों के बिछाए जाल में फंसे। श्रेयस के लिए मैथ्यू पॉट ने मि़डविकेट लगाया था। वह लगातार छोटी गेंदें फेक रहे थे। अंततः अय्यर ने एक गेंद को पुल किया और मि़डविकेट पर कैच दे बैठे।