नई दिल्ली। विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं या नहीं, भारत के लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है। अहम यह है कि अब वह कोई आईसीसी ट्रॉफी जीतता है या नहीं।
यह बात पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज राशिद लतीफ ने कही है। उन्होंने कहा कि कोहली की उपलब्धियों पर खुश होने की बजाय भारतीय टीम को सामूहिक प्रदर्शन और प्रयास की ओर ध्यान देना चाहिए। सचिन तेंदुलकर ने 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए हैं, जबकि कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सीरीज के अंतिम मैच में 72वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया।
लतीफ ने अपने यू ट्यूब चैनल पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड को सुझाव दिया कि वह व्यक्तिगत रिकॉर्डों की बजाय आईसीसी ट्रॉफी जीतने की ओर ध्यान दे। भारत के पास 2017 में आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी 2019 में एक दिवसीय विश्व कप और 2022 में टी-20 विश्वकप जीतने का मौका था, लेकिन टीम इनमें असफल हो गई।
लतीफ ने कहा कि किसी भी टीम के प्रशंसक बस उसे जीतते देखना चाहते हैं। उनके लिए किसी का शतक या रिकॉर्ड मायने नहीं रखता। कोहली 100 नहीं 200 अंतरराष्ट्रीय शतक ठोक लें, लेकिन अगर वह टीम को खिताब नहीं दिला पाते तो कोई मतलब नहीं है।
लतीफ ने कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड और इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया में सबसे ज्यादा अमीर हैं। पर अब बोर्ड पर खिताब जीतने के लिए मीडिया और प्रशंसकों का दबाव बढ़ता जा रहा है। भारत के सामने अभी एशिया कप और एक दिवसीय विश्व कप हैं। उन्हें पूरा ध्यान इन खिताबों को जीतने पर लगाना चाहिए। भारत ने आखिरी बार 2013 में इंग्लैंड में चैंपियन्स ट्रॉफी जीती थी। इसके बाद भारतीय टीम प्रतियोगिताओं के सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचकर हार गई।