मुंबई। अगले साल पहली बार महिला इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने गहन विमर्श शुरू कर दिया है। इसमें एक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि इस आईपीएल के सभी मैच सिर्फ मुंबई में ही कराए जा सकते हैं। वैसे अभी इसपर कोई फैसला नहीं किया गया है।
आईपीएल संचालन समिति के एक सदस्य ने क्रिकबज को बताया कि यह निश्चित रूप से एक विकल्प है। उन्होंने कहा कि पिछले साल आईपीएल की सफलता ने हमें इस बारे में सोचने का रास्ता सुझाया है। अगले साल तीन से 26 मार्च तक पांच टीमों के बीच खेला जाना है। महिला आईपीएल मुंबई में कराने के मुद्दे पर बोर्ड और आईपीएल संचालन समिति के अधिकारी लगातार मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के साथ सम्पर्क में हैं।
महिला आईपीएल एक ही स्थान पर कराने के कुछ कारण बताए जा रहे हैं। पहला यह कि इससे लगातार एक से दूसरे स्थान पर जाने के तनाव से मुक्ति मिलेगी। दूसरा यह कि बोर्ड इस बारे में अब भी आश्वस्त नहीं है कि महिला आईपीएल से स्टेकहोल्डर बहुत आकर्षित होंगे। खासतौर पर प्रसारणकर्ता और फ्रेंचाइजी। वैसे पुरुष आईपीएल की कुछ फ्रेंचाइजी महिला आईपीएल में भी निवेश करने में दिलचस्पी दिखा रही हैं, लेकिन उन्हें भी इस बात पर संशय है कि इससे उन्हें ज्यादा आर्थिक लाभ हो सकेगा।
इसके पहले अक्तूबर में बोर्ड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इस बात पर भी विचार किया गया था कि महिला आईपीएल के मैच क्षेत्रवार कराए जाएं। इससे इसके मैच उत्तर क्षेत्र में धर्मशाला व जम्मू, पश्चिम में पुणे और राजकोट, मध्य क्षेत्र में इंदौर, नागपुर और रायपुर, पूर्व में रांची और कटक, दक्षिण में कोच्चि और विशाखापत्तनम में कराए जा सकें।
एक अन्य विकल्प यह भी सामने रखा गया कि महिला आईपीएल के मैच पुरुष आईपीएल के आयोजन स्थलों अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नै और कोलकाता में कराए जाएं। इन विकल्पों को अमली जामा पहनाने के लिए बोर्ड और आईपीएल संचालन समिति के अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया था। महिला आईपीएल में कुल 22 मैच खेले जाने हैं।
फिलहाल महिला आईपीएल का जो प्रारूप बनाया गया है, उसके मुताबिक सभी टीमें एक-दूसरे के खिलाफ मैच खेलेंगी। शीर्ष पर रहने वाली टीम सीधे फाइनल में पहुंचेगी, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम में से एक एलिमिनेटर मुकाबला जीतने के बाद फाइनल में पहुंचेगी।