मुंबई। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट की 10 साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी अधर में लटक गई है। बांग्लादेश के खिलाफ चट्टोग्राम में सीरीज का पहला टेस्ट मैच बुधवार सो शुरू होना है और उनादकट मंगलवार की शाम तक बांग्लादेश के लिए रवाना नहीं हो सके थे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की ओर से जानकारी दी गई है कि उनादकट को अबतक बांग्लादेश जाने के लिए वीजा नहीं मिल सका है। वैसे बोर्ड के संबंधित अधिकारी उनादकट को बांग्लादेश भेजने का पूरा प्रयास कर रहा है। सूचना यही है कि उनादकट अबतक राजकोट स्थित अपने घर पर ही हैं।
आमतौर पर बोर्ड की ओर से किसी दौरे पर जाने वाले चयनित खिलाड़ियों के लिए वीजा की औपचारिकता पूरी की जाती है। हालांकि उनादकट के मामले में ऐसा नहीं किया जा सका, क्योंकि उन्हें अचानक टीम में शामिल कर लिया गया और प्रक्रिया पूरी करने में विलंब हो रहा है। उनादकट ने अपना पिछला टेस्ट मैच 2012 में खेला था। वह इसके बाद कभी भी टीम की योजनाओं में शामिल नहीं रहे।
उनादकट अगर समय पर बांग्लादेश में टीम के साथ नहीं जुड़़ पाते तो नवदीप सैनी के खेलने का रास्ता साफ हो जाएगा, जो फिलहाल टीम के साथ हैं। वैसे अभी भारतीय टीम प्रबंधन ने अंतिम एकादश की घोषणा नहीं की है। उनादकट के नहीं होने की स्थिति में सैनी का चयन इस बात पर भी निर्भर करेगा कि टीम प्रबंधन सैनी और बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार में से किसे चुनता है। सौरभ को रवींद्र जडेजा की कमी पूरी करने के लिए टीम में शामिल किया गया है।