पोर्ट ऑफ स्पेन। भारत की वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को जीत कई मायनों में खास रही है। इस जीत के साथ ही भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की निर्णायक बढ़त हासिल कर ली।
इस सीरीज के दोनों मैचों में भारत की जीत काफी नजदीकी रही है। पहला मैच तीन रन और दूसरा मैच दो गेद पहले दो विकेट से जीतना यह बताता है कि भारतीयों ने अंतिम क्षणों में स्नायुतंत्रों पर काफी हद तक नियंत्रण रखा। वैसे भारतीय कप्तान शिखर धवन ने इस जीत के लिए इंडियन प्रीमियर लीग को श्रेय दिया है। मैच के बाद धवन ने कहा कि आईपीएल के कारण खिलाड़ियों में लड़ने का जज्बा विकसित हुआ है।
वेस्टइंडीज ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी की और शीर्ष क्रम के खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन के चलते 311 रन का स्कोर खड़ा किया था। 100वां मैच खेल रहे शाई होप के शतक और कप्तान निकोलस पूरन के अर्धशतक के अलावा काइल मेयर्स और शमराह ब्रूक्स के योगदान इसमें शामिल रहे।
भारत के तेज गेंदबाजों ने इस मैच में फिर निराश किया। हालांकि शार्दूल ठाकुर ने तीन विकेट लिए और मोहम्मद सिराज ने एक मेडन ओवर भी फेका, लेकिन ये बल्लेबाजों पर प्रभाव छोड़ने में उतने कामयाब नहीं हुए। अनुभवी स्पिनर युज्वेंद्रा चहल के मुकाबले अक्षर पटेल और दीपक हु़ड्डा ज्यादा प्रभावशाली रहे।
भारतीय बल्लेबाजी संतोषजनक कही जा सकती है, लेकिन वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की तारीफ करनी होगी कि वे न केवल मैच को अंतिम ओवर तक ले गए बल्कि आठ बल्लेबाजों को आउट भी किया। पिछले मैच में 97 रन बनाने वाले कप्तान शिखर धवन इस मैच में नहीं चले, लेकिन शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन के अलावा अक्षर पटेल ने मैच जिताऊ प्रदर्शन किया।
इस बीच सूर्यकुमार यादव का लगातार असफल होना चिंताजनक भी है। हालांकि वह ऐसे बल्लेबाज हैं, जो किसी भी समय रन बना सकते हैं। फिर भी वेस्टइंडीज के सपाट विकेटों पर उनसे खास अपेक्षा की जाती है।