लंदन। क्रिकेट के ऐतिहासिक मैदान लॉर्ड्स पर शनिवार को भारत की सफलतम गेंदबाज झूलन गोस्वामी को भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शानदार विदाई दी। सीरीज के तीसरे और अंतिम मैच में शनिवार को 16 रन की जीत से साथ भारतीय टीम ने इंग्लैंड का व्हाइट वॉश कर दिया। स्मृति मंधाना और दीप्ति शर्मा के अर्धशतकों की मदद से भारत ने 169 रन बनाए थे। इंग्लैंड की पारी 153 रन पर खत्म हो गई। झूलन गोस्वामी ने अपने इस अंतिम मैच में प्रभावशाली गेंदबाजी की। भारत की ओर से रेणुका ठाकुर ने चार विकेट निकाले। भारत ने सीरीज 3-0 से जीतकर इंग्लैंड का व्हाइट वॉश कर दिया। रेणुका को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर प्लेयर ऑफ द सीरीज चुनी गईं।

अंग्रेज टीम जीत के करीब पहुंच चुकी थी। डीन खासकर काफी बेहतरीन बल्लेबाजी कर रही थीं। 44वें ओवर में दीप्ति ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर डीन को “मांकडिंग” के जरिये रनआउट कर भारत को 16 रन से जीत दिला दी। गेंद फेके जाने के समय डीन क्रीज से काफी आगे निकल चुकी थीं। दीप्ती ने गेंद फेकने से पहले ही स्टम्प बिखेर दिए। इसके बाद तीसरे अंपायर का सहारा लिया गया, जिसने डीन को आउट करार दिया। काबिलेगौर है कि इसको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने हाल ही में रनआउट के रूप में स्वीकार किया है और नए नियम एक अक्तूबर से लागू होंगे। डीन ने पांच चौकों की मदद से 47 रन बनाए।
इंग्लैंड की शुरुआत भी काफी खराब रही। 53 रन के स्कोर तक उसके छह विकेट गिर चुके थे। सातवां विकेट 65 रन पर गिरने के बाद भारत की जीत काफी करीब दिखने लगी। लेकिन इसके बाद एमी जोन्स और चार्ली ग्रीन ने पारी को संभाला। इन दोनों के बीच आठवें विकेट के लिए 38 रन जोड़े। 103 के योग पर रेणुका सिंह ने एमी जोन्स को हरलीन देओल के हाथों कैच कराकर इंग्लैंड को गहरे संकट में डाल दिया। जोंस ने तीन चौकों की मदद से 28 रन बनाए। रेणुका का यह मैच में चौथा विकेट था। यह उनका करियर बेस्ट प्रदर्शन भी रहा। झूलन ने 118 रन के स्कोर पर क्रॉस को बोल्ड कर जीत की मुहर लगाई और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने विकेटों की संख्या 255 तक पहुंचा दी। क्रॉस ने 10 रन बनाए। झूलन का मैच में यह दूसरा विकेट रहा। झूलन के यह ओवर पूरा करते ही सभी साथी खिलाड़ियों ने उन्हें गले लगा लिया। झूलन ने अपने अंतिम 10 ओवरों में तीन मेडन रखते हुए 30 रन देकर दो विकेट चटकाए।
इसके पहले भारतीय टीम ने शुरुआती झटकों के बाद स्मृति मंधाना और दीप्ति शर्मा के बीच पांचवें विकेट के लिए हुई 58 रन की साझेदारी की मदद से भिड़ने लायक स्कोर खड़ा किया। चार विकेट महज 29 रन पर गंवा देने के बाद इन दोनों ने काफी संभलकर खेला। मंधाना ने 78 गेंदों पर करियर का 25वां अर्धशतक पूरा किया, लेकिन 50 रन के निजी स्कोर पर वह प्लेड ऑन (बोल्ड) हो गईं। मंधाना ने 79 गेंदों पर पांच चौके लगाए।
दीप्ति शर्मा ने इसके बाद सातवें विकेट के लिए पूजा वस्त्रकार के साथ 40 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। पूजा ने 22 रन बनाए। दीप्ति शर्मा सात चौकों की मदद से 68 रन बनाकर अविजित रहीं। इन तीनों के अलावा अन्य कोई बल्लेबाज दहाई की संख्या तक नहीं पहुंच सकीं। भारत की पारी 169 रन पर समाप्त हुई। इंग्लैंड की सबसे सफल गेंदबाज केट क्रॉस ने चार विकेट लिए।