बर्मिंघम। जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारत ने मेजबान इंग्लैंड को यहां खेले जा रहे पिछली शृंखला के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को बड़े संकट में डाल दिया। बारिश से ज्यादातर समय खराब हो जाने के बावजूद यह मैच रोमांचक दौर में पहुंच गया है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने के समय इंग्लैंड ने पांच विकेट पर 84 रन बना लिए थे। इंग्लैंड अभी भारत के स्कोर से 332 रन पीछे है।
मैच का तीसरा सत्र भारतीय समयानुसार रात 10ः30 बजे शुरू हुआ। उस समय इंग्लैंड के तीन विकेट पर 60 रन बने थे। इस सत्र में शमी और बुमराह ने लगातार अच्छी गेंदें कीं। इन दोनों ने जॉनी बेयरस्टो और जो रूट को लगातार परेशान किया। पारी के 23वें ओवर में बुमराह ने अपनी जगह मोहम्मद सिराज को गेंद पकड़ाई। सिराज ने जो रूट को पंत के हाथों कैच कराकर अंग्रेज टीम पर दबाव और बढ़ा दिया। लगातार अच्छी गेंदबाजी कर रहे मोहम्मद शमी को भी आखिरकार कामयाबी मिली, जब उन्होंने नाइट वॉचमैन के रूप में भेजे गए जैक लीच को पंत के हाथों कैच कराया।
बारिश के कारण दो सत्रों में महज 30.5 ओवर का ही खेल हो सका। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस ब्रॉड इस मैच को शायह दी कभी याद रखना चाहेंगे, क्योंकि उनकी धुनाई करने वाला कोई मान्यताप्राप्त बल्लेबाज नहीं था। फिर भी बुमराह शायद कप्तानी का जश्न मनाने के मूड में थे। मैदान के हर इलाके में उन्होंने गेंद को पहुंचाया। ब्रॉड के इस ओवर में 35 रन बने।
टेस्ट मैच के दूसरे दिन के पहले दो सत्र पूरी तरह “जसप्रीत बुमराह शो” रहे। हालांकि बुमराह को ऑलराउंडर का दर्जा नहीं मिला है, लेकिन कप्तान के तौर पर उन्होंने यह रूप भी दिखाया। वैसे इंग्लैंड में पिछले साल इसी शृंखला के मैच में बुमराह ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी। उस समय भी नाबाद 34 रन बनाकर टीम को संभाला था। इसके बाद जब अंग्रेज टीम की पारी शुरू हुई तो बुमराह ने झटकों की बरसात जारी रखी। सधी लाइन-लेंग्थ और स्विंग के सामने अंग्रेज बल्लेबाज मुश्किल में थे। बुमराह ने ज्यादातर गेंदें गुड लेंग्थ पर रखीं, जिसका उन्हें फायदा मिला। 11 ओवर में 44 रन पर तीन विकेट गंवाकर मेजबान संकट में आ गए थे। 16वें ओवर में एक बार फिर बारिश ने खलल डाला और मैच रोकना पड़ा। उस समय तक इंग्लैंड के तीन विकेट पर 60 रन बने थे।
रवींद्र जडेजा ने दिन के खेल की शुरुआत पहले दिन के ही तेवर में की। उन्होंने मोहम्मद शमी के साथ आठवें विकेट के लिए 48 रन जोड़े और इस दौरान उन्होंने टेस्ट करियर का तीसरा शतक भी पूरा कर लिया। जडेजा के आउट होने के बाद बुमराह ने मैदान पर आतिशबाजी की। रन कैसे बने यह मायने नहीं रखता, लेकन 16 गेंद पर चार चौके और दो छक्के की मदद से नाबाद 31 रन की पारी ने भारत का स्कोर 400 रन के पार पहुंचा दिया।