नई दिल्ली। कुलदीप यादव के नेतृत्व में स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन और उसके बाद शुभमन गिल की बल्लेबाजी की मदद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका को यहां सीरीज के तीसरे और अंतिम एक दिवसीय मैच में आठ विकेट से हराकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया। दक्षिण अफ्रीका के 99 रन के स्कोर को भारत ने 19.1 ओवरों में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। कुलदीप यादव को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। मोहम्मद सिराज को प्लेयर ऑफ द सीरीज घोषिद किया गया।

भारत को सिर्फ दो रन प्रति ओवर की रफ्तार से लक्ष्य की ओर बढ़ना था। हालांकि शिखर धवन औऱ शुभमन गिल मैच जल्द से जल्द खत्म करना चाहते थे। इसलिए खासकर गिल ने कुछ आकर्षक स्ट्रोक खेले। जल्दबाजी में शिखर शायद भूल गए कि बेमतलब का रन लेना जरूरी नहीं है। सातवें ओवर में 42 रन के स्कोर पर फील्डर के हाथ में गेंद खेलकर दौड़ पड़े, लेकिन दूसरे छोर से गिर ने मना कर दिया। जबतक शिखर क्रीज में लौट पाते, जेनसेन के थ्रो पर डिकॉक ने गिल्लियां बिखेर दीं। बाएं हाथ के युवा स्पिरनर जोर्न फोर्टिन ने इशान किशन को विकेट के पीछे कैच कराकर भारत को दूसरा झटका 58 रन पर दिया।
शुभमन गिल अर्धशतक से एक रन दूर रह गए। उस समय लक्ष्य तीन रन दूर था। उन्हें लुंगी एनगिडी ने 18वें ओवर की दूसरी गेंद पर पगबाधा कर दिया। गिल ने 57 गेंदों में आठ चौकों की मदद से 49 रन बनाए। संजू सैमसन ने इस ओवर की चौथी गेंद पर दो रन लेकर स्कोर बराबर कर दिया। 19वें ओवर में श्रेयस अय्यर ने जेनसेन की पहली गेंद पर छक्का लगाकर भारत को लक्ष्य के पार करा दिया। श्रेयस तीन चौके और दो छक्के की मदद से 28 रन बनाकर अविजित रहे।
इसके पहले भारतीय स्पिन गेंदबाजी के सामने दक्षिण अफ्रीकी टीम पूरी तरह नतमस्तक हो गई। दक्षिण अफ्रीका ने 27.1 ओवरों में सभी विकेट खोकर 99 रन बनाए। भारतीय स्पिनरों ने 10 में से आठ विकेट चटकाए। चाइनामैन कुलदीप यादव ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। वाशिंगटन सुंदर और शाहबाज अहमद ने दो-दो विकेट चटकाए।
फिरोजशाह कोटला की पिच पर गजब की स्पिन हो रही थी। इसके अलावा भारतीय गेंदबाजों की विविधता को दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज भांप नहीं पाए। गेंदों की गति, दिशा और लाइन में काफी खूबसूरती से परिवर्तन किया गया। गेंदबाजी की शुरुआत ही कप्तान धवन ने स्पिनर वाशिंगटन सुंदर से कराई। सुंदर ने तीसरे ओवर में फॉर्म में चल रहे क्विंटन डिकॉक को आउट करके जो सिलसिला शुरू किया, उसे शाहबाज अहमद और कुलदीप यादव ने बखूबी आगे बढ़ाया। स्पिनरों के अलावा दो विकेट तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने भी लिए।
दक्षिण अफ्रीका के हेनरिक क्लासेन एकमात्र ऐसे बल्लेबाज रहे, जिन्होंने कुछ हद तक भारतीय स्पिनरों का सामना किया। उन्होंने 42 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 34 रन बनाये। उनके अलावा ऊपरी क्रम में सलामी बल्लेबाज जेनमैन मलान ही दोहरे अंक तक पहुंच सके। उन्होंने 15 रनों की पारी खेली। निचले क्रम में मैक्रो जेनसेन ने एक चौके और एक छक्के की मदद से 14 रन बनाए।