लंदन। भारतीय टीम इंग्लैंड में पिछली सीरीज का बचा एक टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयारी कर रही है। 2-1 से आगे चल रही भारतीय टीम को सीरीज जीतने के लिए यह मैच जीतना या ड्रॉ कराना होगा। पिछले एक साल में दोनों टीमों में काफी कुछ बदला है। इस दौरान विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज जहां रन जुटाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं इंग्लैंड ने हाल ही में शानदार प्रदर्शन करते हुए मौजूदा टेस्ट चैंपियन न्यूजीलैंड को मात दी है। दोनों टीमों के कप्तान और कोच भी बदले हुए हैं।
टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच इंग्लैंड में ही लॉर्ड्स में खेला गया था। भारत इसमें उपविजेता रहा। आज बदली परिस्थिति में भारतीय टीम का कोच ऐसा खिलाड़ी है, जिसका इंग्लैंड में खासकर प्रदर्शन और अनुभव काफी शानदार रहा है। अगर टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो टीम को कोच राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड में कुल 21 टेस्ट मैच खेले हैं। इनमें उन्होंने 60.93 की औसत से 1950 रन बनाए हैं, जिनमें सात शतक और आठ अर्धशतक हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 217 रन रहा। द्रविड़ के करियर की शुरुआत भी 1986 में इंग्लैंड में ही हुई थी।
इंग्लैंड का मौसम और खेल की परिस्थिति काफी अलग है। गेंदें यहां काफी स्विंग होती हैं। द्रविड़ ने इनका सफलतापूर्वक सामना किया है। ऐसे में उनका अनुभव टीम के काफी काम आ सकता है। इसके अलावा इंग्लैंड के प्रशंसक टेस्ट क्रिकेट को काफी पसंद करते हैं। वह हर अच्छा खेलने वाले खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाते हैं। भले ही वह विपक्षी दल का ही क्यों न हो। ऐसे में भारतीय खिलाड़ी द्रविड़ के अनुभव का लाभ कितना और कैसे उठाते हैं, यह देखने योग्य होगा।
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