जोहान्सबर्ग। क्रिकेट जगत में इन दिनों टेस्ट और एक दिवसीय प्रारूपों पर टी-20 के हावी होने की चिंता जताई जा रही है। कई दिग्गज यह मानते हैं कि विभिन्न देशों में हो रही घरेलू टी-20 लीग इसके लिए जिम्मेदार है। इनके चलते द्विपक्षीय कार्यक्रमों पर असर पड़ा है और खासकर टेस्ट क्रिकेट और एक दिवसीय मैचों की संख्या काफी कम हुई है।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ का मानना है कि टी-20 लीग एक निवेश है और इसमें काफी कमाई भी है। प्रशंसक इसे पसंद कर रहे हैं। उनका कहना है कि दुनिया के कई देश ऐसी लीग करा रहे हैं और अगर दक्षिण अफ्रीका ने ऐसा शुरू किया है तो यह निश्चित रूप से उसके लिए फायदेमंद होगा।
स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में स्मिथ ने माना कि उच्च स्तर पर टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले देशों की संख्या में कमी हो सकती है। ग्रीम स्मिथ सबसे कम 22 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान बनाए गए थे। और 2014 में संन्यास लेने तक वह इस पद पर रहे। उन्होंने 117 टेस्ट मैचों में कप्तानी करते हुए अपनी टीम को रिकॉर्ड 54 मैचों में जीत दिलाई। इस दौरान उन्होंने 27 शतकों के साथ 9000 रन बनाए।
टेस्ट क्रिकेट के जरिये पहचान कायम करने वाले स्मिथ अब दक्षिण अफ्रीका की नई टी-20 क्रिकेट लीग के ब्रांड एम्बेसडर हैं। उन्हें इस लीग का निदेशक भी नियुक्त किया गया है। स्मिथ का कहना है कि यह लीग दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए काफी महत्वपूर्ण है। मुझे इस बात की चिंता थी कि अगर हम इसे शुरू नहीं करते तो हमारे कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी यूएई में शुरू होने जा रही टी-20 लीग में चले जाते।
स्मिथ ने यह भी कहा कि मुझे लगता है कि टी-20 में निवेश करना दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए काफी जरूरी था, क्योंकि इसके जरिये काफी लाभ कमाया जा सकता है।
स्मिथ की बातों को इस नजरिये से भी देखा जा सकता है कि आईसीसी के अगले पांच साल के क्रिकेट कार्यक्रम में इंग्लैंड को सबसे ज्यादा 43 टेस्ट खेलने हैं। ऑस्ट्रेलिया को 40 भारत को 38 मैच खेलने हैं। दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के हिस्से में क्रमशः 28 और 27 टेस्ट मैच ही हैं।