हरारे। शुभमन गिल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ सोमवार को सीरीज के तीसरे मैच में आखिरकार अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक ठोक दिया। उनकी पिछली पांच पारियों को देखें तो वह दो बार शतक के नजदीक पहुंचे, लेकिन उनकी ख्वाहिश अधूरी रह गई। एक बार मौसम तो दूसरी बार विपक्षी टीम का प्रदर्शन आड़े आ गया। हालांकि गिल ने 50 ओवरों के मैच में यह शतक ठोका, लेकिन जिस तेजी से उन्होंने बल्लेबाजी की उससे टी-20 विश्वकप के लिए उन्होंने मजबूत दावा पेश किया है।
शुभमन गिल सबीना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में काफी बेहतर खेले। उन्होंने पहले दो मैच में 64 और 43 रन बनाने के बाद तीसरे मैच में 98 रन बना लिए थे। वह शतक से महज दो रन दूर थे, जब बारिश ने उनकी राह रोक ली। इसी स्कोर पर उन्हें संतोष करना पड़ा।
जिम्बाब्वे के खिलाफ सोमवार को खत्म हुई सीरीज के पहले मैच में गिल ने अविजित 82 रन बनाए। वह लक्ष्य का पीछा कर रहे थे। जिम्बाब्वे ने जो लक्ष्य दिया था वह नाकाफी हो गया। गिल के साथ उनके ओपनिंग जोड़ीदार शिखर धवन ने भी 81 रन की अविजित पारी खेली और भारत ने यह मैच 10 विकेट से जीता था। दूसरे मैच में कप्तान केएल राहुल ने पारी शुरू की थी। गिल तीसरे नंबर पर खेलने आए और 33 रन बना पाए।
सोमवार को सीरीज के अंतिम मैच में राहुल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की। इस मैच में भी गिल तीसरे क्रम पर उतरे, लेकिन उनके पास पर्याप्त मौका था और इसका भरपूर लाभ उठाते हुए उन्होंने 130 रन ठोक दिये। इस शतक की खास बात यह रही कि यह जिम्बाब्वे के खिलाफ किसी भी भारतीय का बनाया यह सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा। अबतक महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर इस फेहरिस्त में सबसे ऊपर थे।
सचिन तेंदुलकर ने 1998 में बुलावायो में 127 अविजित रनों की पारी खेली थी। सचिन के बाद दूसरे स्थान पर रहे अंबती रायडू ने 2015 में हरारे में 124 अविजित रन बनाए थे। तीसरे स्थान पर फिर सचिन तेंदुलकर रहे, जिन्होंने हरारे में 2002 में अविजित 122 रन बनाए थे। इस क्रम में चौथा स्थान युवराज सिंह का था, जिन्होंने 2005 में हरारे में 120 रन बनाए। शुभमन गिल अब 130 रन ठोककर इस फेहरिस्त में नंबर वन हो गए हैं।
वैसे जिस फार्म में फिलहाल शुभमन गिल हैं, और उनका स्ट्राइक रेट है, ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्वकप के लिए उनको नजरअंदाज करना चयनकर्ताओं के लिए आसान नहीं होगा। सिर्फ यही एक पारी नहीं, जिम्बाब्वे और इसके पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ शृंखला में भी लगातार उनका स्ट्राइक रेट सौ रन से ज्यादा ही रहा है।