नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व चयनकर्ता सरनदीप सिंह कपिल देव की इस बात से इत्तफाक नहीं रखते कि विराट कोहली की फॉर्म को देखते हुए उन्हें फटाफट क्रिकेट से अलग कर दिया जाय। सरनदीप का कहना है कि लगातार खेलने से ही विराट फॉर्म में लौटेंगे।
हाल ही में पूर्व भारतीय कप्तान कपिलदेव ने यह टिप्पणी की थी कि अगर रविचंद्रन जैसे क्रिकेटर को टेस्ट टीम से अलग किया जा सकता है तो विराट कोहली को सीमित ओवरों के क्रिकेट से क्यों नहीं। इसपर क्रिकेट जगत में काफी हलचल मची थी।
बयानबाजियों के बीच यह सही बात है कि पिछली दो टी-20 सीरीज में कोहली की अनुपस्थिति में दीपक हुड्डा ने ऊपरी क्रम में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया। इनमें आयरलैंड के खिलाफ ठोका गया उनका करियर का पहला शतक भी शामिल है। इसके बाद कोहली इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और टी-20 सीरीज में लौटे और उनका बल्ला पहले की तरह ही खामोश रहा। ऐसी स्थिति में सवाल उठने लाजिमी हैं।
कपिल ने कहा था कि जब आपके पास विकल्पों की भरमार है तो उन खिलाड़ियों को चुनें, जो फॉर्म में हैं। सिर्फ “नाम” पर टीम नहीं बनाई जा सकती है। कपिल ने कहा था कि आप प्रतिष्ठित और स्थापित खिलाड़ी हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप तब भी टीम में रहें, जब लगातार असफल हो रहे हों। अगर दुनिया का शीर्ष दो में शामिल गेंदबाज अश्विन टेस्ट टीम से बाहर हो सकता है तो आपका नंबर एक बल्लेबाज क्यों नहीं।
हालांकि इसके जवाब में सरनदीप कहते हैं कि अगर कपिलदेव अकेले अपने बूते भारत को विश्वकप जिता सकते हैं तो यह कूवत विराट कोहली में भी है। सरनदीप ने टाइम्स नाऊ से कहा कि कोहली की काबीलियत और क्षमताओं को पूरी दुनिया जानती है। उसे एक सीरीज खिलाकर दो में आराम देना ठीक नहीं है। वह लगातार खेलेंगे, तभी फॉर्म हासिल कर सकेंगे।