इंदौर। भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के दो मैच शानदार तरीके से जीतने के बाद तीसरे मैच में पूरी तरह समर्पण कर दिया। इस मैच में थोड़ी राहत यह रही कि गेंदबाजों ने बल्लेबाजी में हाथ दिखाकर कुछ हद तक टीम की लाज बचा ली। हालांकि वे हार टालने की स्थिति में नहीं थे। सपाट पिच पर दक्षिण अफ्रीका के 227 रन के जवाब में भारत ने 18.3 ओवर में 178 रन बनाए। इस तरह दक्षिण अफ्रीका ने यह मैच 49 रन से जीत लिया। इस मैच में चार गेंदबाजों हर्षल पटेल, दीपक चाहर, उमेश यादव और मोहम्मद सिराज ने कुल 73 रन बनाए। भारत ने यह सीरीज 2-1 से जीत ली। दक्षिण अफ्रीका के शतकवीर राइली रूसो को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। प्लेयर ऑफ द सीरीज सूर्यकुमार यादव चुने गए।

अंतिम चार ओवरों में भारत को 69 रन बनाने थे और सिर्फ दो विकेट शेष थे। दीपक चाहर 25 और उमेश यादव 16 रन के निजी स्कोर पर खेल रहे थे। 17वें ओवर में चाहर ने प्रीटोरियस की दूसरी गेंद पर छक्का जड़ा, लेकिन तीसरी गेंद पर लांग ऑफ पर मिलर को कैच दे बैठे। उन्होंने 17 गेंदों पर दो चौके और तीन छक्के की मदद से 31 रन बनाए। उमेश यादव 17 गेंदों में दो चौकों की मदद से 20 रन बनाकर अविजित रहे।
श्रीलंका के खिलाफ पांच साल पहले इसी मैदान पर शानदार शतकीय पारी खेलने वाले रोहित शर्मा इस बार पूरी तरह विफल रहे और मैच की दूसरी ही गेंद को अपने स्टम्प पर खेल बैठे। शून्य पर भारत को पहला बड़ा झटका लगा। कोहली की जगह टीम में शामिल श्रेयस अय्यर एक रन बनाकर दूसरे ओवर में पगबाधा हो गए। दिनेश कार्तिक को प्रोन्नत कर चौथे स्थान पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया।
ऋषभ पंत पारी शुरू करने के मिले मौके का ज्यादा फायदा नहीं उठा सके। पारी के पांचवें और लुंगी एनगिडी के पहले ओवर की पहली पांच गेंदों पर उन्होंने दो चौके और दो छक्के की मदद से 20 रन जुटाए, लेकिन अंतिम गेंद पर कवर में स्टब्स को कैच दे बैठे। भारत का तीसरा ओर 45 के स्कोर पर गिरा। पंत ने 14 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के की मदद से 27 रन बनाए। भारत के 50 रन छठे ओवर में पार्नेल की दूसरी गेंद पर दिनेश कार्तिक के लगाए छक्के से पूरे हुए। इस ओवर में कार्तिक ने 0, 6, 4, 6, 2, 1 का स्कोर जुटाकर भारत का स्कोर पावर प्ले के अंतिम ओवर में तीन विकेट पर 64 रन कर दिया। दक्षिण अफ्रीका ने इतने ओवरों में एक विकेट पर 48 रन बनाए थे। 19वें ओवर में पार्नेल ने सिराज को कैच कराकर भारत की पारी 178 रन पर समेट दी।
कार्तिक तीन विकेट गिरने के बाद खासा आक्रामक दिखे। सातवें ओवर में केशव महाराज की गेंदों पर उन्होंने लगातार दो छक्के जड़े। वह अर्धशतक से चार रन दूर थे, लेकिन इस ओवर की अंतिम गेंद पर रिवर्स स्वीप करने के प्रयास में बोल्ड हो गए। उन्होंने 21 गेंदें खेलीं और चार चौके तथा चार छक्के जड़े। भारत को सबसे बड़ा झटका आठवें ओवर में लगा जब प्रिटोरियस ने अपनी अंतिम गेंद पर सूर्यकुमार यादव को डीप कवर में कैच कराया। सूर्यकुमार सिर्फ आठ रन बना सके। स्टब्स ने दौड़ने के बाद डाइव लगाकर जमीन छूता बेहतरीन कैच पकड़ा। भारत के 100 रन 11वें ओवर में पूरे हुए। हर्षल पटेल ने कुछ हाथ दिखाए और दौ चौके और एक छक्के की मदद से 17 रन बनाकर एनगिडी की गेंद पर मिलर के हाथों कैच हो गए। 114 के स्कोर पर अक्षर पटेल भी पार्नेल की गेंद पर विकेटकीपर डिकॉक को कैच दे बैठे। केशव महाराज ने 13वें ओवर में अश्विन को लांग ऑन पर रबाडा के हाथों कैच कराया।
16वें ओवर में दीपक चाहर ने एनगिडी की गेंद पर छक्का लगाकर भारत का स्कोर 150 रन के पार पहुंचाया। यह फ्रीहिट थी।
इसके पहले बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज राइली रूसो के टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहले शतक और दूसरे विकेट के लिए क्विंटन डिकॉक के साथ निभाई 90 रन की साझेदारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने 20 ओवरों में तीन विकेट पर 227 रन बनाए। रूसो 100 रन बनाकर अविजित रहे। डेविड मिलर पांच गेंदों पर तीन छक्कों की मदद से 19 रन बनाकर नाबाद लौटे।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान तेंदा बावुमा का खराब प्रदर्शन जारी रहा। पांचवें ओवर में उमेश यादव की पहली ही गेंद पर उन्होंने मिडविकेट पर रोहित शर्मा को कैच दे दिया। बावुमा महज तीन रन बना सके। इसके बाद डिकॉक ने राइलो रूसो के साथ दूसरे विकेट के लिए 30 गेंदों में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी कर ली। सीरीज में फार्म के लिए जूझ रहे रूसो ने कई आकर्षक स्ट्रोक खेले। डिकॉक ने 10वें ओवर में उमेश यादव की तीसरी गेंद पर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 33 गेंदों पर चार चौके और चार छक्के लगाए। 10वें ओवर में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर एक विकेट पर 96 रन था। डिकॉक ने इस दौरान टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 2000 रन पूरे किये। वह जब 37 रन के निजी स्कोर पर पहुंचे, तब यह उपलब्धि हासिल की। यह उनका 72वां मैच रहा।
आखिरकार यह जोड़ी श्रेयस अय्यर के थ्रो पर रनआउट के जरिए टूटी। क्विंटन डिकॉक दो रन लेने के चक्कर में आउट हुए। उन्होंने 42 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के की मदद से 68 रन बनाए। इसके पहले उन्होंने रूसो के साथ दूसरे विकेट के लिए 43 गेंदों पर 90 रन जोड़े। उधर रूसो ने 14वें ओवर में अक्षर पटेल की गेंद पर छक्का जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 27 गेंदें खेलीं और चार चौके तथा पांच छक्के लगाए। रूसो और स्टब्स के बीच तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी 27 गेंदों पर पूरी हुई।
19वें ओवर में सिराज की गेंद पर स्टब्स ने चौका लगाकर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 200 रन के पार करा दिया। रूसो ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला शतक 48 गेंदों पर सात चौके और आठ छक्के की मदद से पूरा किया। चाहर के इस ओवर में रिवर्स स्वीप लगाने के प्रयास में स्टब्स ने शॉर्ट थर्डमैन पर अश्विन को कैच दे दिया। इस ओवर की चौथी गेंद कमर से ज्यादा ऊंचाई पर होने के चलते नोबॉल थी और इसपर डेविड मिलर का शॉट स्टेडियम से बाहर चला गया। चार गेंदों पर 17 रन बनने के बाद रोहित शर्मा ने चाहर के सामने हाथ जोड़ दिए। अगली गेंद पर सिराज ने डीप मिडविकेट पर कैच तो पकड़ा, लेकिन उनका पैर बाउंड्री रोप पर पड़ गया। इस तरह यह छह रन हो गया। आखिरी ओवर में 24 रन बने।
भारतीय टीम में आज तीन परिवर्तन किए गए। विराट कोहली, केएल राहुल और अर्शदीप सिंह के स्थान पर श्रेयस अय्यर, उमेश यादव और मोहम्मद सिराज को अंतिम एकादश में स्थान दिया गया।
चाहर ने की जब स्टब्स से ठिठोली
16वां औवर लेकर आए दीपक चाहर के पहली गेंद डालने से पहले नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े स्टब्स क्रीज से बाहर निकल गए। चाहर रुके और गेंद लेकर स्टम्प बिखेरने का संकेत किया। इसपर स्टब्स तत्काल क्रीज में लौट आए। इसके बाद दोनं खिलाड़ियों में मुस्कुराहट का आदान-प्रदान हुआ।