मीरपुर। स्पिन गेंदबाजी को खेलने के महारथी समझे जाने वाले भारतीय बल्लेबाजों ने बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में जिस तरह की बल्लेबाजी की, वह कहीं से भी उनके स्तर की नहीं थी। जीतने के लिए 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चारों शीर्ष बल्लेबाज तीसरे दिन का खेल खत्म होने के समय महज 45 रन के स्कोर तक पैवेलियन की शोभा बढ़ा चुके थे। चार में से तीन विकेट ऑफ स्पिनर मेहदी हसन मेराज ने चटकाए।
चौथे दिन भारत को जीतने के लिए 100 रन बनाने होंगे। हालांकि अभी पिछली पारी में अर्धशतक बनाने वाले ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर को खेलने आना है। इनके अलावा अक्षर पटेल पिछली पारी की गलती से सबक लेकर क्रीज पर जमे हुए हैं। उन्होंने तीन चौकों की मदद से 26 रन बनाए हैं।
शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा जिस तरह से स्टम्प आउट हुए, उससे यही कहा जा सकता है कि ऐसे महत्वपूर्ण मौके पर जब आपके पास पूरे दो दिन का खेल बचा है और रन भी बहुत अधिक नहीं है, आप ऐसे शॉट खेलने की कोशिश कैसे कर सकते हैं। पुजारा पहले आउट हुए थे, लेकिन गिल ने इससे कोई सीख नहीं ली। दोनों की क्रीज से आगे निकलकर गेंदें चूक गए थे, लेकिन बांग्लादेशी विकेटकीपर नूरुल हसन ने कोई गलती नहीं की।
कप्तान केएल राहुल ऑफ स्टम्प के बाहर जाती गेंद को शरीर के काफी दूर से खेल गए। बाएं हाथ के स्पिनर शाकिब अल हसन की यह गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर नूरुल हसन के दस्तानों में कैद हो गई। राहुल पिछले कुछ मैचों में बड़ा स्कोर नहीं कर सके हैं। टेस्ट सीरीज में उनकी बल्लेबाजी देखकर लगा कि उनमें आत्मविश्वास की कमी आई है। विराट कोहली काफी बेहतरीन गेंद पर फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर कैच हुए। दिलचस्प बात यह कि ये चारों ही बल्लेबाज दहाई की संख्या तक भी नहीं पहुंच सके।
लिटन और जाकिर की पारियों ने अंतर पैदा किया

बांग्लादेश ने पहली पारी में 87 रन से पिछड़ने के बाद 70 रन तक चार विकेट गंवा दिए थे। इस समय ऐसा लग रहा था कि मेजबान टीम की पारी 150-175 रन तक चलेगी। ऐसे में भारत के लिए जीत आसान होगी, लेकिन इसी दौरान ओपनर जाकिर हसन और लिटन दास की अर्धशतकीय पारियों ने अंतर पैदा कर दिया। जाकिर 51 और लिटन 73 रन बनाकर आउट हुए। लिटन जब आउट हुए तब बांग्लादेश का स्कोर 219 रन तक पहुंच चुका था। और बढ़त 132 रन हो चुकी थी। वैसे नूरुल हसन और तासकिन अहमद की 31-31 रनों की पारियां भी काफी महत्वपूर्ण साबित हुईं। वैसे 145 रन की बढ़त बहुत बड़ी नहीं थी, लेकिन 45 रन के अंदर चार शीर्ष विकेट गिर जाने के बाद अब यह पहाड़ सरीखा दिखने लगा है। जिस तरह पिच का मिजाज है, चौथे दिन स्पिनरों को खेलने में खासा दिक्कत आएगी।