नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए सीरीज के दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत को जीत के साथ एक नया फिनिशर भी मिला। 35 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के की मदद से नाबाद 64 रन बनाने वाले अक्षर पटेल ने टीम को हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा की कमी नहीं खलने दी। हालांकि यह पहली बार था, जब अक्षर ने इस भूमिका को अंजाम दिया है।
वैसे वेस्टइंडीज के खिलाफ अगर हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा टीम में होते तो शायद इस मैच में अक्षर को अंतिम एकादश में जगह ही नहीं मिलती। हार्दिक को शृंखला में आराम दिया गया है, जबकि रवींद्र जडेजा चोट के चलते बाहर हैं।
ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लगातार बदलते स्वरूप के बीच भारत के पूल में 40 से 45 ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जो किसी भी वक्त किसी परिस्थिति में खेलने के लिए तैयार हैं। इस समय बाएं हाथ के स्पिनर बैटर अक्षर पटेल काफी हद तक रवींद्र जडेजा के विकल्प के तौर पर उभरे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे मैच में अक्षर ने जिस तरह की बल्लेबाजी दिखाई, उससे उन्होंन अपने लंबे करियर के भी संकेत दिए। वह विपरीत परिस्थितियों में बिल्कुल शांत चित्त होकर खेले और मैदान के हर हिस्से में शॉट लगाए। अक्षर जब बैटिंग करने पहुंचे तब भारत को 68 गेंदों पर 107 रन बनाने थे।
कुल मिलाकर अक्षर ने इस समय एक विकल्प तो दे ही दिया है, लेकिन आगे के मैचों में ऐसे मौकों पर उन्हें अभी खुद को साबित करना बाकी है।