वाराणसी। छोटे बच्चों, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को स्कूल की ओर आकर्षित करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी और कई अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। जंसा में ऐसे ही एक कंपोजिट विद्यालय में स्मार्ट क्लास और लाइब्रेरी का मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ने गुरुवार को उद्घाटन किया। उनके साथ मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल भी थे।
जिले में 30 ऐसे स्कूलों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। वहां स्मार्ट क्लास और लाइब्रेरी के अलावा विज्ञान प्रयोगशाला, पेयजल सुविधा और नए शौचालय भी बनाए जाएंगे। इन स्कूलों को विकसित करने का बीड़ा एचडीएफसी बैंक ने उठाया है। इस काम में बैंक के साथ अंबुजा फाउंडेशन भी जुड़ा है। इन स्कूलों के जरिए 13000 छात्रों को लाभ पहुंचाने की योजना है। बैंक ने इन सभी विद्यालयों को गोद लिया है। बैंक के सर्किल हेड मनीष टंडन ने बताया कि स्मार्ट स्कूल कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में आधुनिक शिक्षण और अनुभव देना है। “परिवर्तन के तहत शिक्षा बैंक के लिए प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक है। इस परियोजना के हिस्से के रूप में, शिक्षकों को कुशल शिक्षण विधियों को अपनाने के लिए सक्षम बनाते हुए, छात्रों को सीखने के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाना है।” अब तक, बैंक ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 23 स्मार्ट क्लास और 35 साइंस लैब स्थापित किए हैं।