वाराणसी । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू), वाराणसी को क्यूएस (क्वाक्वेरेली साइमंड्स) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में पहली बार स्थान दिया गया है। संस्थान को केन्द्रित विषय क्षेत्रों जैसे इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में ‘अति उच्च शोध आधिक्य संस्थान’ के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है । क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग मूल्यांकन आठ रैंकिंग सूचकों पर आधारित है। इनमें शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, प्रति संकाय उद्धरण, छात्र अनुपात के लिए संकाय, अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का अनुपात शामिल हैं।
हाल ही में जारी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 में संस्थान को 651-700 के स्लैब में स्थान दिया गया है । इसके अलावा, संस्थान ‘प्रति संकाय उद्धरण (सीपीएफ) ‘ मानदंड के तहत विश्व स्तर पर 115वें स्थान पर है, जो संस्थान का सबसे मजबूत रैंकिंग सूचक है। आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी ने इस शोध पैरामीटर (CPF) पर सभी आईआईटी के बीच छठा स्थान हासिल किया है ।
संस्थान के निदेशक आचार्य प्रमोद कुमार जैन ने संकाय सदस्यों को शोध के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए बधाई दी, जिसने संस्थान को विश्व स्तर पर यह मुकाम हासिल करने में सक्षम बनाया । उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान ने अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संगठनों के साथ कई शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोगी गतिविधियों की शुरुआत की है और भविष्य में क्षेत्रीय और वैश्विक रैंकिंग में अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखेगा । संस्थान के अधिष्ठाता (अनुसंधान एवं विकास) प्रो. विकास कुमार दूबे ने भी संस्थान के सभी सहयोगियों को बधाई दी है । प्रो. विकास दूबे ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अगली बार संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन के नेतृत्व में शुरुआत की गई नए पहल के कारण अगली बार बेहतर रैंकिंग होगी ।