वाराणसी। राष्ट्रीय सेवा योजना की बीएचयू इकाई की ओर से एक भारत श्रेष्ठ भारत और आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन की 125वीं कड़ी का मंगलवार को आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि जोधपुर राजस्थान के जाने-माने संगीतज्ञ पंडित सतीश बोहरा रहे। उन्होंने राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन के इस कार्यक्रम को एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के आयोजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम बताया। समारोह की अध्यक्षता अरुणोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विश्वनाथ शर्मा ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ वाराणसी के युवा कलाकार उज्ज्वल झा ने राग यमन में बांसुरी वादन से किया। तत्पश्चात उन्होंने नेपाली भाषा में एक लोकधुन की प्रस्तुति की। तत्पश्चात छत्तीसगढ़ की युवा कलाकार परिधि शर्मा ने छत्तीसगढ़ी भाषा में सुआ गीत की प्रस्तुति की। अरुणाचल प्रदेश की टीमरे कोजोम एवं जांबा डोकेर ने पारंपरिक लोकगीत सुननाया। तादार आपांग के मिसी भाषा में लोकगीत की प्रस्तुति के साथ संगीत सम्मेलन का समापन हुआ।
कार्यक्रम में जोधपुर के जाने-माने फिल्म समीक्षक डॉ. अभिषेक माहेश्वरी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. लाल जी, राष्ट्रीय संगीतज्ञ परिवार के महानिदेशक पंडित देवेंद्र वर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार की राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. सुनीता गुप्ता, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के मंच कला संकाय की प्रमुख प्रो. लावण्या कीर्ति सिंह काव्या, प्रो. उपेंद्र सिंह, डॉ. सच्चिदानंद त्रिपाठी, प्रो. रंजीत कुमार सिंह, डॉ. पूनम सिंह, रंजीत राय, नितिन भारद्वाज, डॉ. ज्ञानेश चंद्र पांडे, उपस्थित थे ।
आरंभ में राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अशोक श्रोति ने कार्यक्रम के विविध पक्षों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बाला लखेंद्र ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पंकज बोरा ने किया।