वाराणसी। पानी की गुणवत्ता जानने के लिए बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान का मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन विभाग ऑस्ट्रेलियाई संस्था सीएफआईआरओ के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसके लिए गुरुवार को विभाग में “अर्थ ऑब्जर्वेशन तकनीक तथा पानी की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग एवं फोरकास्टिंग” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. यशवंत सिंह ने मानव समाज के कल्याण के लिए पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। सीएफआईआरओ के जल सुरक्षा निदेशक डॉ. कारमेल पॉलिनो ने वर्तमान समय में उपलब्ध अर्थ ऑब्जर्वेशन तकनीको को जल की गुणवत्ता के अध्ययन के लिए बहुत उपयोगी बताया। डॉ. तापस विश्वास, सीएसआईआरओ ऑस्ट्रेलिया ने इस कार्यशाला में भाग लिया तथा दोनों संस्थाओं में सहयोग स्थापित करने पर बल दिया। इस कार्यशाला में सिसरो ऑस्ट्रेलिया के डॉ. एलेक्स हेल्स, डॉ. क्लॉस जोयहाक, डॉ. नील सिम्स एवम डॉ सुसन कुड्डी ने हानिकारक एलगी (काई) एवम एक्वावाच, जल गुणवत्ता के उचित मॉनिटरिंग के पायलट प्रोजेक्ट एवम जलग्रहण जल विज्ञान पर प्रकाश डाला। इस कार्यशाला में ऑस्ट्रेलिया तथा भारत वर्ष के कई वैज्ञानिकों ने जल गुणवत्ता अध्ययन पर व्याख्यान दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रो. सतीश कुमार सिंह, कृषि विज्ञान संस्थान तथा डॉ प्रशांत श्रीवास्तव, आईईएसडी, काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।