वाराणसी। बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा है कि हमें अपने छात्रों को सफलता का उत्कर्ष पाने के लिए तैयार करना होगा। शिक्षकों के रूप में हम छात्रों को इस तरह तैयार करें कि उनका व्यक्तित्व निर्माण हो और वे जीवन के जिस भी क्षेत्र में जाएं वहां ख्याति प्राप्त करें।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मंगलवार को मालवीय भवन में योगाभ्यास के बाद आयोजित सत्र में प्रो. जैन ने कहा कि हम मात्रा पर ध्यान केन्द्रित न कर गुणवत्ता पर ध्यान दें ताकि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की अलग पहचान बन सके। कुलपति जी ने कहा कि हमारी पहचान तभी है जब हमारे छात्र बेहतर करेंगे। प्रो. जैन ने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय विविध क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान कर अनुकरणीय मिसाल पेश कर रहा है। इसी क्रम में दशकों से योग शिक्षा देते हुए बीएचयू अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बाद में 11 फलदार पौधे भी रोपे।
महात्मा गांधी हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलाधिपति प्रो. कमलेशदत्त त्रिपाठी ने कहा कि योग विश्व को भारत का उपहार है, लेकिन हम ने ही लंबे समय तक इसे हाशिये पर रखा, लेकिन ये हर भारतीय के लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि आज पूरा विश्व प्राणायाम व योगासन कर रहा है। उन्होंने योग को दुनिया भर में प्रचलित करने का श्रेय़ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया।
कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि हमारे प्राचीन ग्रंथों में योग के महत्व पर चर्चा की गई है और यह हमारे पूर्वजों की हमें अनुपम भेंट है। कुलगुरू प्रो. वीके शुक्ला ने कहा कि योग सत्र केवल योग दिवस के आयोजन तक ही सीमित नहीं रहने चाहिए, बल्कि हमें इसे अपने दैनिक जीवन का अंग बनाना चाहिए। डॉ. कमलेश्वर उपाध्याय ने भी विचार रखे। मालवीय भवन के मानित निदेशक प्रो. उपेन्द्र पाण्डे ने स्वागत किया। प्रो. मुकुट मणि त्रिपाठी ने धन्यवाद दिया। छात्र अधिष्ठाता प्रो. केके सिंह, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. अभिमन्यु सिंह, संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष तथा विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
आयुर्वेद संकाय: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न संकायों, विभागों तथा बीएचयू के विद्यालयों में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए। आयुर्वेद संकाय में संकाय प्रमुख प्रो. के. एन. द्विवेदी ने पतंजलि सभागार में संकाय के छात्रों, सदस्य़ों व कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास किया। इस अवसर पर प्रो. एस. के. सिंह, निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मुख्य अतिथि रहे।
दक्षिणी परिसर, बरकछा: बरकछा, मीरज़ापुर, स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के दक्षिणी परिसर में आचार्य प्रभारी प्रो. वी. के. मिश्रा ने परिसर के छात्रों, शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास किया।
भारत कला भवन: इस अवसर पर भारत कला भवन में “भारतीय कला में योग” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. शांति स्वरूप सिन्हा, दृश्य़ कला संकाय, ने योग की आठ शाखाओं पर चर्चा करते हुए भारतीय कला में योग का महत्व बताया। इस अवसर पर भारत कला भवन द्वारा एक आभासी लघुचित्र प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है, जिसे भारत कला भवन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकता है।
राष्ट्रीय सेवा योजना, बीएचयू: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, के 1500 स्वयंसेवकों ने अस्सी घाट, गंगा महल घाट तथा रीवा कोठी घाट पर योगाभ्यास किया, तथा योग के महत्व के बारे में जनजागरण के प्रयास को गति दी।
सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल एवं सेन्ट्रल हिन्दू बॉएज़ स्कूल: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यालयों सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल एवं सेन्ट्रल हिन्दू बॉएज़ स्कूल में भी योग दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल में प्रधानाचार्य प्रो. अंजलि वाजपेयी ने छात्राओं, शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास किया। सेन्ट्रल हिन्दू बॉएज़ स्कूल में प्रभारी प्रधानाचार्य महेश चन्द्र जायसवाल तथा थर्ड ऑफिसर, एनसीसी, ने भी विद्यार्थियों व शिक्षकों के साथ योग सत्र में भागीदारी की।