वाराणसी। अमेरिका के वैश्विक ख्याति प्राप्त कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन को अपने विशिष्ट पुराछात्र सम्मान 2022 के लिए नामित किया है। कैलटेक (कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) प्रतिष्ठित विशिष्ट पुराछात्र सम्मान के लिए हर वर्ष उन लोगों का चयन करता है, जिनके व्यक्तिगत तथा पेशेवर योगदान व उपलब्धियों से किसी क्षेत्र, समुदाय अथवा समाज में सकारात्मक बदलाव आए हों। प्रो. जैन ने भूकंप अभियांत्रिकी में इस संस्थान से वर्ष 1980 में स्नातकोत्तर तथा वर्ष 1983 में पीएच.डी. की डिग्री हासिल की थी।
अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने प्रो. सुधीर कुमार जैन को एक सफल विश्वविद्यालय प्रशासक तथा भूकंप सुरक्षा के एक एक्टिविस्ट के रूप में परिभाषित किया है। रिपोर्ट कहती है कि प्रो. जैन ने भूकंप से जीवन को बचाने के लिए अपने अनुसंधान, एडवोकेसी, इंजीनियरों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार कर तथा इमारतों के लिए भूकंपीय कोड विकसित कर उल्लेखनीय योगदान दिया है। साथ ही साथ उन्हें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गांधीनगर, तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कुशल नेतृत्व के लिए भी जाना जाता है।
रिपोर्ट में आईआईटी गांधीनगर के संस्थापक निदेशक तथा आईआईटी कानपुर में शिक्षक के तौर पर प्रो. जैन के योगदान की सराहना करते हुए कहा गया है कि बड़े भूकंपों के बाद प्रो. जैन के गहन अध्ययन व भूकंपीय कोड विकसित करने से भारत में विनिर्माण के तौर तरीकों पर महत्वपूर्ण व सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
भूकंप अभियांत्रिकी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रो. सुधीर कुमार जैन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के 28वें कुलपति हैं। वे यूएस नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग, इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर अर्थक्वेक इंजीनियरिंग, न्यूज़ीलैंड नेशनल सोसाइटी फॉर अर्थक्वेक इंजीनियरिंग तथा इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग समेत कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय इकाइयों के सदस्य के रूप में योगदान देते रहे हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्मश्री से सम्मानित प्रो. सुधीर कुमार जैन कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सम्मान भी हासिल कर चुके हैं।