वाराणसी। संगीत नाटक अकादमी, संगीत नृत्य और नाटक की राष्ट्रीय अकादमी, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय का एक स्वायत्त संगठन है। अपनी स्थापना के बाद से अकादमी संगीत, नृत्य और नाटक के रूपों में व्यक्त भारत की विविध संस्कृति की विशाल अमूर्त विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए देश में प्रदर्शन कला के क्षेत्र में शीर्ष निकाय के रूप में कार्य कर रही है।अपने उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में, अकादमी भारत संघ के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकार और कला अकादमियों के साथ-साथ देश के प्रमुख सांस्कृतिक संस्थानों के साथ समन्वय और सहयोग करती है।
युवा देश की ऊर्जा है और देश का भविष्य। “आजादी का अमृत महोत्सव” की भावना को ध्यान में रखते हुए, संगीत नाटक अकादमी युवा कलाकारों की प्रतिभा और हमारे असंख्य प्रदर्शन कला शैलियों, परंपराओं और अभिव्यक्तियों की निरंतरता को प्रदर्शित करने के लिए त्यौहारों की एक शृंखला की परिकल्पना कर रही है। संध्या पुरेचा, अध्यक्ष, संगीत नाटक अकादमी, द्वारा परिकल्पित, ‘अमृत युवा कलोत्सव’ नवोदित पीढ़ी को अपनी जड़ों के करीब लाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से सांस्कृतिक संस्थानों के साथ अकादमी का एक ठोस प्रयास है।
15 फरवरी 2023 को, वर्ष 2019, 2020 और 2021 के लिए संगीत नाटक अकादमी के उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ युवा पुरस्कार भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र के संस्कृति, पर्यटन और विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी द्वारा प्रदान किए गए। वर्ष 2020 के प्राप्तकर्ता अमृत युवा कलोत्सव, वाराणसी में 28 फरवरी से 3 मार्च 2023 तक बीएचयू के शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह और महामना सभागार, मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र में प्रदर्शन करेंगे।
इस आयोजन के लिए संगीत नाटक अकादमी बीएचयू के संगीत एवं मंच कला संकाय के साथ सहयोग कर रही है। कार्यक्रम 28 फरवरी को अपराह्न 3:30 बजे शुरू होगा। महोत्सव में कला समालोचना पर एक कार्यशाला भी शामिल होगी, जिसमें वरिष्ठ विशेषज्ञ, कला समीक्षक और विद्वान भाग लेंगे और अपने गूढ़ अनुभव के माध्यम से प्राप्त ज्ञान को साझा करेंगे। यह दो मार्च सुबह 11:00 बजे आयोजित किया जाएगा।
यह भारत की प्रदर्शन कलाओं में युवाओं की रुचि को पुनर्जीवित करने के लिए अकादमी का एक अनूठा प्रयास है क्योंकि भारत अपने अमृत काल में प्रवेश कर रहा है, जहां देश का भविष्य अपने गौरवशाली अतीत की नींव पर बनाया जाएगा।