वाराणसी। बीएचयू के पर्वतारोहण केन्द्र के छात्र-छात्राओं का 14 सदस्यीय दल मंगलवार को रूपकुंड अभियान के लिए रवाना हुआ। विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रो. वीके शुक्ला ने हरी झण्डी दिखाकर दल को रवाना किया। साथ में छात्र अधिष्ठाता प्रो. केके सिंह, मालवीय भवन के निदेशक ने टीम को शुभकामनाएं दी।
केन्द्र के प्रभारी प्रो. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि यह दल केन्द्र के प्रशिक्षक बलराम यादव एवं शिवनारायण यादव के नेतृत्व में उत्तराखण्ड के चमोली जिले में स्थित विश्वविख्यात रूपकुण्ड अभियान पर जा रहा है। दल वहां पर प्रशिक्षण पूरा करेगा। रूपकुण्ड समुद्रतल से लगभग 16500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है, जो त्रिशूल पर्वत का आधार शिविर है।
रूपकुण्ड को रहस्यमयी झील भी कहा जाता है। यह बर्फीली झील है। यहां पर मिले नरकंकाल दुनियाभर में चर्चा का विषय बने हुए हैं। इसी कारण इसे नरकंकालों की झील भी कहते है। यह इलाका अपने सुन्दर बागों और नैसर्गिक खूबसूरती के लिए भी प्रसिद्ध है।
बीएचयू का दल वाराणसी से ट्रेन से काठगोदाम तक, फिर सड़क मार्ग से लोहाजंग नामक गांव पहुंचेगा, जहां से पैदल ट्रैकिंग की शुरुआत होगी। दल में लीडर- ऋषि यादव, डिप्टी लीडर- प्रियल मिश्रा, क्वार्टर मास्टर- पूनम सैनी, भवानी प्रसाद सिंह, मेडिकल ऑफिसर- अंजली शर्मा, इन्फोर्मेशन ऑफिसर-राजश्री जैन, इक्विपमेंट ऑफिसर – स्नेहल प्रकाश, लगेज ऑफिसर- कोमल प्रजापति एवं अभिषेक मौर्या, ट्रांसपोर्ट ऑफिसर- अभिषेक चंदेल, अंशू यादव, रिक्रिएशन ऑफिसर- नन्दिनी प्रजापति शामिल हैं।