वाराणसी। राष्ट्रीय सेवा योजना की बीएचयू इकाई की ओर से मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में संगीत साधकों ने गीत-संगीत के जरिए भारत के स्वाधीनता संग्राम के सेनानियों को याद किया।
आजादी का अमृत महोत्सव और एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन में देश के विभिन्न शहरों के कलाकार शामिल हुए। मुख्य अतिथि प्रयागराज के हरनारायण सिंह पीजी कॉलेज की कोआर्डिनेशन कमिटि के चेयरमैन डॉ. अजय कुमार गोविंदराव ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम और आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के माध्यम से हम भारतीय स्वतंत्रता के अमर स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर रहे हैं।
राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रीय संगीतज्ञ परिवार के महानिदेशक पंडित देवेंद्र वर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव और एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम से जुड़कर भारत के युवा राष्ट्रीय चेतना के जागरण में सहयात्री बन रहे हैं। विशिष्ट अतिथि प्रो. लावण्या कीर्ति सिंह काव्या ने भी स्वयंसेवकों को संबोधित किया। समारोह की अध्यक्षता अरुणोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विश्वनाथ शर्मा ने की।
संगीत कार्यक्रम की शुरुआत अरुणाचल प्रदेश के स्वयंसेवक श्री तादादा पांग ने पद्मश्री पंडित विनय चंद्र मौदगल्य द्वारा रचित देशभक्ति गीत- हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं से की। रौशन कुमार ने रूपक ताल में तबला वादन की प्रस्तुति की। एस. पृथिका, एस. नंदिता, श्रेष्ठा राय, सुश्री नविता आंचल ने नृत्य आचार्या श्रीमती सोमा रे के निर्देशन में भरतनाट्यम की प्रस्तुति की। कार्यक्रम का समापन शुभांगी मिश्रा ने राग बागेश्वरी में सितार वादन की प्रस्तुति के साथ किया इनके साथ तबला पर संगत पंडित दिनेश मिश्रा ने की।
कार्यक्रम में पदमश्री पंडित रामदयाल शर्मा , प्रो. पंकज माला शर्मा, पंडित सतीश बोहरा, डॉ वीरेंद्र कुमार चंद्रसखी, प्रो. उपेंद्र सिंह, डॉ संध्या गुप्ता, डॉ सच्चिदानंद त्रिपाठी, डॉ पूनम जयसवाल, डॉ बिलंबिता वाणीसुधा, डॉ अन्नपूर्णा दीक्षित, रंजीत राय, निखिल बोहरा उपस्थित थे। आरंभ में राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अशोक श्रोति ने एक भारत श्रेष्ठ भारत और आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के विविध पक्षों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक डॉ बाला लखेंद्र ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ पंकज बोरा ने किया।