वाराणसी। बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि देश के विकास में विश्वविद्यालयों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय के हर सदस्य को विश्वविद्यालय की स्थापना के मूल में भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की परिकल्पना को साकार करने के लिए जी-जान से मेहनत करनी होगी।
स्वतंत्रता दिवस पर सोमवार को एम्फीथिएटर मैदान में झंडारोहण के के बाद प्रो. जैन ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना के पीछे महामना का उद्देश्य यह नहीं था कि बीएचयू सिर्फ शिक्षित लोग तैयार करे जिनका लक्ष्य सिर्फ नौकरी करना हो, बल्कि ऐसे नागरिकों का निर्माण करना था जो देश की सेवा करें व राष्ट्र के लिए स्वयं को समर्पित करें।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर आत्ममंथन करने की ज़रूरत है कि हम विश्वविद्यालय की स्थापना के मूल में जो उद्देश्य थे, उन्हे प्राप्त करने में कितने सफल हो पाए हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के सदस्यों से एक साथ मिलकर संस्थान को आगे ले जाने के लिए कार्य करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में कुलगुरू प्रो. वीके शुक्ला, कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह, छात्र अधिष्ठाता प्रो. एके नेमा, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. अभिमन्यु सिंह, वित्ताधिकारी डॉ. अभय ठाकुर, संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी एम्फिथियेटर मैदान पर उपस्थित रहे।
मालवीय भवन में झंडारोहण
स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत ऐतिहासिक मालवीय भवन में विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय जी को पुष्पांजलि अर्पित कर हुई। कुलपति ने मालवीय भवन पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार के अनेक सदस्य उपस्थित रहे।
अंतरराष्ट्रीय हाउस कॉम्पलेक्स
कुलपति ने अंतरराष्ट्रीय हाउस कॉम्पलेक्स पर भी स्वतंत्रता दिवस समारोह में शिरकत की तथा राष्ट्र ध्वज फहराया। बीएचयू में अध्ययन कर रहे विभिन्न राष्ट्रों के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कुलपति ने विदेशी विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण करने में विश्वविद्यालय के प्रयासों व भूमिका को रेखांकित किया।
केन्द्रीय कार्यालय
कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय पर तिरंगा फहराया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। कुलसचिव ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए यह आकलन करने का भी अवसर है कि हमने क्या हासिल किया तथा कहां कमी रह गई है। वित्ताधिकारी डॉ. अभय कुमार ठाकुर ने कहा कि हमें स्वतंत्रता के सही अर्थ को समझने की आवश्यकता है।
संस्थानों, संकायों व छात्रावासों में समारोह
स्वतंत्रता दिवस पर संस्थानों, संकायों व छात्रावासों में निदेशकों, संकाय प्रमुखों व प्रशासनिक संरक्षकों ने तिरंगा फहराया। इस अवसर पर अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम, गतिविधियां व प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
हर घर तिरंगा
देश की आज़ादी के 75 स्वर्णिम वर्षों के महोत्सव “आज़ादी का अमृत महोत्सव” के तहत हर घर तिरंगा की शानदार धूम बीएचयू परिसर में देखने को मिली और पूरा परिसर तिरंगे में सराबोर नज़र आया। विश्वविद्यालय परिसर में आवासों, कार्यालयों, छात्रावासों तथा अन्य इमारतों पर बड़ी संख्या में तिरंगे लहराते दिखे।