वाराणसी। बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने आम बजट 2023-24 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में निर्धारित लक्ष्यों को साकार करने वाला बताया है। प्रो. जैन ने कहा कि नई शिक्षा नीति में युवाओं के कौशल विकास तथा शिक्षा को उद्योग व व्यवसाय जगत से जोड़ने पर महत्व दिया गया है, जिससे युवा भविष्य की चुनौतियों व अवसरों के लिए खुद को बेहतर ढंग से तैयार कर पाएं।
प्रो. जैन ने कहा कि बजट में की गई घोषणाएं इस दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण व लाभकारी साबित होंगी। शिक्षा क्षेत्र के लिए आवंटन में वृद्धि की सराहना करते हुए कुलपति ने कहा कि इससे शिक्षा व शोध में गुणवत्ता को तेजी मिलेगी।
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने अपने बजट संबोधन में घोषणा की है कि युवाओं को अंतरराष्ट्रीय अवसरों के लिए तैयार करने हेतु देश भर में 30 स्किल इंडिया केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। साथ ही उद्योगों के साथ साझेदारियों, ऑन जॉब ट्रेनिंग तथा उद्योग जगत की आवश्यकताओं के अनुसार पाठ्यक्रमों को ढालने पर भी विशेष ज़ोर दिया जाएगा। उन्होंने कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, मेकाट्रोनिक्स, 3डी प्रिंटिंग, ड्रोन व सॉफ्ट स्किल आदि जैसे आधुनिक दौर के पाठ्यक्रमों के लिए भी कदम उठाए जाने की घोषणा की।
कुलपति ने कहा कि आज दुनिया तेज़ी से बदल रही है। इसी तरह उद्योग जगत व समाज की अपेक्षाएं व आवश्यकताएं भी अब पहले से कहीं अलग हैं। ऐसे में हमें शिक्षा क्षेत्र में इन अपेक्षाओं के अनुरूप परिवर्तनकारी पहल करनी होंगी। इन नए पाठ्यक्रमों के बारे में बजट में घोषणा हर्ष का विषय है। प्रो. जैन ने बच्चों और किशोरों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि एक बड़ी आबादी को गुणवत्ता परक पठन सामग्री उपलब्ध कराने की चुनौती संस्थानों व शैक्षणिक संस्थाओं के समक्ष बनी रहती है।