वाराणसी। बीएचयू के दृश्य कला संकाय के व्यवहारिक कला विभाग में पांच दिवसीय “स्टोरीबोर्डिंग का मूल” कार्यशाला चल रही है। इसमें “ड्राइंग रूम इंडिया” के डायरेक्टर संजय ओझा मेंटर के रूप मे विद्यार्थियों को स्टोरीबोर्डिंग के विभिन्न प्रक्रियाओं से अवगत करा रहे हैँ तथा उनकी बारीकियों को समझा रहे हैं।
संजय ओझा दृश्य कला संकाय के पुरातन छात्र हैं तथा प्रख्यात स्टोरी बोर्ड कलाकार हैं, जिन्होंने देश विदेश के विज्ञापन फिल्मों के लिए काम किया है।
इस कार्यशाला मे बीएफए तृतीय तथा चतुर्थ वर्ष के 90 बिद्यार्थी शामिल हैँ। प्रत्येक विद्यार्थी अलग अलग प्रकार की कहानियों सामाजिक विज्ञापन, कमर्शियल विज्ञापन, शॉर्ट मूवीज, और फिल्मों को इलस्ट्रेशन दृष्यों के माध्यम से दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। कार्यशाला के आखिरी दिन 17 सितंबर को बिद्यार्थियों के कार्य को प्रदर्शित कर उनका मूल्यांकन किया जायेगा।
कार्यशाला के अध्यक्ष संकाय प्रमुख एवं विभाग्यदक्ष प्रो. डीपी मोहंती, समन्वयक डॉ. मनीष अरोड़ा एवं डॉ आशीष गुप्ता हैं। सहयोगी के रूप में गेस्ट लेक्चरर कृष्णा सिंह, शोध छात्र रणधीर सिंह एवं शिवांगी गुप्ता हैं।