वाराणसी। कला को कैसे अपने जीवन की राह बनाएं और लोगों को इससे जोड़कर रोजगार का रास्ता खोला जाय। यह सिखाने के लिए बीएचयू में पाठशाला लगी है। इसका उद्घाटन शुक्रवार को हुआ। यह शनिवार तक चलेगी।
इनोवेशन काउंसिल बीएचयू के संयोजक डॉ. मनीष अरोड़ा ने बताया कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से आयोजित यह पाठशाला देश के मेंटी संस्थानों भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, कल्याणी (पश्चिम बंगाल), इंटरनेशनल प्रबंधन संस्थान, भुवनेश्वर (ओडिशा), आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नोएडा (यूपी), श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय लखनऊ (यूपी) और जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज, प्रयागराज (यूपी) के साथ आयोजित की गई है।
कार्यक्रम सरिणी के अनुसार मेंटी संस्थानों के प्रतिनिधियों ने डिजाइन इनोवेशन सेंटर बीएचयू, डीएसटी साथी सेंटर, बायोनेस्ट सेंटर, सेंट्रल डिस्कवरी सेंटर में बीआईआरएसी, वैदिक विज्ञान केंद्र और टेक्नोलॉजी इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर आईआईटी (बीएचयू) सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न सुविधा केंद्रों का दौरा किया था। कृषि अर्थशास्त्र विभाग के प्रो. राकेश सिंह के मार्गदर्शन में एक प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किया गया। इंटरनेशनल प्रबंधन संस्थान, भुवनेश्वर (ओडिशा) से डॉ. देवेश बैद और श्री नितिन भूषण, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, कल्याणी (पश्चिम बंगाल) के श्री सौमेन बाजपेयी और श्री सौरव विश्वास और श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी, लखनऊ (यूपी) के ई. अभिषेक कुमार सक्सेना मेंटी संस्थानों के प्रतिनिधि थे।