वाराणसी। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना की बीएचयू इकाई की ओर से मंगलवार को राष्ट्रीय युवा संगीत महोत्सव की 104वीं कड़ी का आयोजन किया गया। इसमें देश भर से कलाकारों ने हिस्सा लिया।
संगीत कार्यक्रम की शुरुआत हरियाणा के युवा कलाकार ऋषि शर्मा के एकल हारमोनियम वादन से हुई। उनके साथ पंडित हरेंद्र प्रसाद ने तबला पर संगत की। इसके उपरांत चेन्नई की केएस निश्रेया वरलक्ष्मी ने भरतनाट्यम की मनमोहक प्रस्तुति की। समापन जोधपुर के युवा कलाकारों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीतों से हुआ। निखिल बोहरा के नेतृत्व में राष्ट्रीय एकता की कई बंदिशें प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षाविद् तवांग कॉलेज अरुणाचल प्रदेश के प्राचार्य डॉ. येशी गिसेन ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम और आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के माध्यम से अरुणाचल प्रदेश के युवा उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जुड़कर राष्ट्रीय एकता के सूत्र को मजबूत बना रहे है । विशिष्ट अतिथि पं. सतीश बोहरा थे।
समारोह की अध्यक्षता शिक्षाविद् और मूर्धन्य कवि डॉ. वीरेंद्र कुमार चंद्रसखी ने की। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का एक महान देश है, जिसकी हजारों वर्षों के सांस्कृतिक विरासत को वर्तमान पीढ़ी तक ले जाने का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है एक भारत श्रेष्ठ भारत।
कार्यक्रम में प्रो. पंकज माला शर्मा, पंडित सतीश बोहरा, प्रो. उपेंद्र सिंह, पंडित देवेंद्र वर्मा, प्रो. लावण्या कीर्ति सिंह काव्या, डॉ. संध्या गुप्ता, डॉ. सच्चिदानंद त्रिपाठी, डॉ. पूनम जयसवाल, डॉ. बिलंबिता वाणीसुधा, डॉ. अन्नपूर्णा दीक्षित, रंजीत सिंह उपस्थित थे। आरंभ में राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अशोक श्रोति ने एक भारत श्रेष्ठ भारत और आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के विविध पक्षों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बाला लखेंद्र ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पंकज बोरा ने किया।