वाराणसी। बीएचयू स्थित भारत कला भवन के तिथिनुसार शुक्रवार को स्थापना दिवस पर कला भवन के संस्थापक “रायकृष्ण दास” की स्मृति में एक व्याख्यान का आयोजन किया गया।
संग्रहालय के संगोष्ठी-कक्ष में आयोजित व्याख्यान अतिथि-वक्ता राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली की पूर्व संग्रहाध्यक्ष डॉ. अनामिका पाठक ने देश में साज-सज्जा के विभिन्न स्वरूपों व पहलुओं को बताते हुए इस कला की वैविध्यता पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस कला की प्राचीनता और समृद्धता के हर आयाम पर विस्तार से चर्चा करते हुए इसकी उपयोगिता को रेखांकित किया।
इस अवसर पर भारत कला भवन की उप निदेशिका डॉ. जसमिंदर कौर ने अतिथि वक्ता और उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए भारत कला भवन की स्थापना के उद्देश्य और उसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम मे दृश्य कला संकाय के पूर्व प्रमुख प्रो. अंजन कुमार चक्रवर्ती एवं प्रो. मृदुला सिन्हा, कला-इतिहास के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदोष मिश्रा, डॉ. राजीव मंडल, के. सुरेश कुमार, डॉ. सुरेश जंगीर, भारत कला भवन के सहायक संग्रहाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार सिंह, विनोद कुमार, डॉ. देवेन्द्र बहादुर एवं दीपक भरथरन अलथुर की उपस्थिति रही। संचालन भारत कला भवन की सहायक संग्रहालयाध्यक्ष डॉ. प्रियंका चंद्रा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन कलाकार डॉ. राधाकृष्ण गणेश ने किया