वाराणसी। बीएचयू के प्रशासनिक एवं वित्तीय ढांचे को सरल, प्रभावी व व्यवहारिक बनाने के तरीके सुझाने के लिए कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन द्वारा गठित समिति ने सोमवार को विश्वविद्यालय के अधिकारियों तथा विभिन्न इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया।
विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय स्थित समिति कक्ष संख्या 1 में समिति के सदस्यों ने संयुक्त कुलसचिवों, उप कुलसचिवों तथा सहायक कुलसचिवों, विश्वविद्यालय निर्माण विभाग, ईआरपी अनुभाग तथा अन्य इकाइयों के प्रतिनिधियों से बातचीत की, तथा सुगम व त्वरित प्रशासन में आने वाली चुनौतियों व सुझावों के बारे में चर्चा की। चर्चा के दौरान कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह तथा वित्ताधिकारी डॉ. अभय ठाकुर भी उपस्थित रहे। भारत सरकार में पूर्व सचिव पवन अग्रवाल की अध्यक्षता वाली इस समिति में पूर्व उप नियंत्रक व महालेखापरीक्षक, भारत सरकार, पराग प्रकाश तथा शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, में पूर्व संयुक्त सचिव, आरडी. सहाय सदस्य हैं। डॉ. सुनीता चन्द्रा, संयुक्त कुलसचिव, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, समिति की सचिव हैं।
समिति विश्वविद्यालय की मौजूदा प्रशासनिक व ढांचागत व्यवस्था की समीक्षा करेगी तथा प्रशासन की कार्यक्षमता बढ़ाने व उसे अधिक प्रतिक्रियाशील बनाने के उपाय सुझाएगी। समिति प्रशासनिक व वित्तीय मामलों में विभिन्न विभागों के भूमिका पर गौर करने के साथ साथ उन्हें पुनर्परिभाषित करेगी। साथ ही साथ विभिन्न विभागों के मध्य समन्वय के साथ कामकाज, विलंब कम करने, कामकाज को निर्धारित समय पर पूर्ण करने, कार्यक्षमता, जवाबदेही, पारदर्शिता तथा वित्तीय अनुशासन लाने के लिए सिफारिशें करेगी।