वाराणसी। ‘पुलिया प्रसंग’ संस्था के सदस्यों ने ‘पंख के लिए पानी ‘ अभियान के तहत आईआईटी, बीएचयू परिसर में विभिन्न पेड़ों से लटकते हुए नारियल के खाली पात्र में पानी भरा। सभी सदस्य बोतल व बाल्टी में पानी लेकर आये थे।सभी पात्रों पर ‘ह्यूमन फेदर’ ( मानवीय पंख) लिखा था।
इस अवसर पर सदस्यों को संबोधित करते हुए हिंदी विभाग, बीएचयू के आचार्य प्रो. श्रीप्रकाश शुक्ल ने कहा कि जेठ के इस तमतमाते हुए रूप में पक्षियों के पानी पीने का जितना भी इंतजाम हो जाय ,अच्छा है।आज इस कार्य का हिस्सा होकर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि पक्षी हैं तो चहक है और चहक है तो मनुष्य की उड़ान भी है। पक्षी हमारे मानवीय पंख है। इनके कलरव में हमारी जिंदादिली है और जीवंतता भी।पानी उपलब्ध करवाकर इनको बचाना हम मनुष्य का बुनियादी दायित्व है।
इस अभियान में तय हुआ कि जिस सदस्य को जब भी मौका मिलेगा, वह पक्षियों के लिए पानी का प्रबंध करेगा और पात्र को सूखने नहीं देगा। इस अभियान में सुनीता शुक्ल, डॉ. अमरजीत राम, शोध छात्र उदय पाल, मनकामना शुक्ल ‘पथिक’, नीलेश देशमुख और राकेश शामिल रहे।